National Tourism Day 2022: पर्यटन मंत्रालय द्वारा भारत में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है. देश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए पर्यटन दिवस मनाया जाता है. विश्वभर के पर्यटकों की नजर भारत के पर्यटन स्थलों पर रहती है.
भारत के पर्यटन स्थलों के प्रचार प्रसार हेतु हर साल 25 दिसंबर को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है. भारत सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूक करने हेतु पर्यटन दिवस मनाने का फैसला लिया. पर्यटन दिवस के माध्यम से देश विदेश तक भारत की ऐतिहासिकता, खूबसूरती, प्राकृतिक सुंदरता और संस्कृति का प्रचार प्रसार होता है.
पर्यटन दिवस का उद्देश्य
इस दिन को राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का एक अहम उद्देश्य है. राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की शुरुआत लोगों को पर्यटन का महत्व तथा भारतीय अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हुई थी. यह दिवस वैश्विक समुदायों के बीच पर्यटन और इसके सामाजिक, राजनीतिक, वित्तीय और सांस्कृतिक मूल्य के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ाने हेतु मनाया जाता है.
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस इतिहास
साल 1958 में, सरकार को भारत की तरफ आने वाले पर्यटन यातायात के महत्व का एहसास हुआ और उन्होंने पर्यटन का एक अलग विभाग बनाया. विभाग बनाने का मुख्य उद्देश्य हमारी राष्ट्रीय विरासत को संरक्षित करना और पर्यटन स्थलों को पर्यटन के अनुकूल बनाते हुए उनकी सुंदरता को बरकरार रखने के लिए उनकी देखभाल करना था.
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस क्यों मनाते है?
संस्कृति को जीवित रखने तथा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाते हैं. प्रत्येक साल इस दिन के लिए एक नई थीम चुनी जाती है. यह दिन अहम है क्योंकि यह पर्यटन के महत्व और इसके आर्थिक पहलुओं के बारे में जागरूकता पैदा करता है.
पर्यटन दिवस का गहरा प्रभाव
भारत की जीडीपी में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का गहरा प्रभाव है. साल भर विश्व स्तर से लोग भारत के दार्शनिक स्थल देखने आते हैं. इससे भारत का आर्थिक स्तर बढ़ता है. यहां का पर्यटन भारत की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाता है. इसका प्रचार प्रसार विदेशों तक होता है. भारत के पर्यटन से लगभग 7.7 फीसदी लोग अपनी आजीविका चला रहे हैं. इससे रोजगार भी मिलता है.
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