Jnanpith Award 2021: प्रख्यात असमिया कवि नीलमणि फूकन जूनियर ने 56वां ज्ञानपीठ पुरस्कार जीता है जबकि 57वां ज्ञानपीठ पुरस्कार कोंकणी उपन्यासकार दामोदर मौउजो को मिला है. ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है.
56वां ज्ञानपीठ पुरस्कार 2020 के लिए घोषित किया गया है और 57वां ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 2021 के लिए घोषित किया गया है. विज्ञप्ति के अनुसार, प्रसिद्ध कथाकार व ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रतिभा राय की सदारत में हुई चयन समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है.
कौन है नीलमणि फूकन?
असमिया कवि नीलमणि फूकन को सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' मिला है. नीलमणि फूकन का जन्म 1933 में हुआ था. उन्होनें असमिया भाषा में कविता की 13 पुस्तकें लिखीं और असमिया साहित्य के अन्य विधाओं पर भी काम किया. नीलमणि फूकन को पद्मश्री, साहित्य अकादमी, असम वैली अवॉर्ड व साहित्य अकादमी फैलोशिप से सम्मानित किया जा चुका है.
यह तीसरी बार भी है कि असम को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला है. नीलमणि फूकन से पहले 1979 में बीरेंद्र कुमार भट्टाचार्य और 2000 में ममोनी रईसम गोस्वामी को भी साहित्यिक सम्मान से सम्मानित किया गया था.
कौन हैं दामोदर मौउजो?
दामोदर मौउजो कोंकणी भाषा के प्रमुख कवि, आलोचक हैं. साल 1944 में जन्में मौउजो ने करीब 50 साल के अपने लेखन करियर में छह कहानी संग्रह, चार उपन्यास, दो आत्मकथात्मक कृतियां और बाल साहित्य को कलमबद्ध किया है. उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार, गोवा कला अकादमी साहित्य पुरस्कार, कोंकणी भाषा मंडल साहित्य पुरस्कारों से नवाज़ा जा चुका है. मौउजो का जन्म गोवा में हुआ था. वे एक आलोचक और पटकथा लेखक भी हैं.
ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेताओं की पूरी सूची
वर्ष | नाम | भाषा |
1965 | जी शंकर कुरुप | मलयालम |
1966 | ताराशंकर बंधोपाध्याय | बांग्ला |
1967 | के.वी. पुत्तपा | कन्नड़ |
1967 | उमाशंकर जोशी | गुजराती |
1968 | सुमित्रानंदन पंत | हिन्दी |
1969 | फ़िराक गोरखपुरी | उर्दू |
1970 | विश्वनाथ सत्यनारायण | तेलुगु |
1971 | विष्णु डे | बांग्ला |
1972 | रामधारी सिंह दिनकर | हिन्दी |
1973 | दत्तात्रेय रामचंद्र बेन्द्रे | कन्नड़ |
1973 | गोपीनाथ महान्ती | उड़िया |
1974 | विष्णु सखाराम खांडेकर | मराठी |
1975 | पी.वी. अकिलानंदम | तमिल |
1976 | आशापूर्णा देवी | बांग्ला |
1977 | के. शिवराम कारंत | कन्नड़ |
1978 | अज्ञेय | हिन्दी |
1979 | बिरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य | असमिया |
1980 | एस. के. पोट्टेक्काट | मलयालम |
1981 | अमृता प्रीतम | पंजाबी |
1982 | महादेवी वर्मा | हिन्दी |
1983 | मस्ती वेंकटेश अयंगार | कन्नड़ |
1984 | तकाजी शिवशंकरा पिल्लै | मलयालम |
1985 | पन्नालाल पटेल | गुजराती |
1986 | सच्चिदानंद राउतराय | ओड़िया |
1987 | विष्णु वामन शिरवाडकर कुसुमाग्रज | मराठी |
1988 | सी॰ नारायण रेड्डी | तेलुगु |
1989 | कुर्तुलएन हैदर | उर्दू |
1990 | वी.के.गोकक | कन्नड़ |
1991 | सुभाष मुखोपाध्याय | बांग्ला |
1992 | नरेश मेहता | हिन्दी |
1993 | सीताकांत महापात्र | ओड़िया |
1994 | यू.आर. अनंतमूर्ति | कन्नड़ |
1995 | एम.टी. वासुदेव नायर | मलयालम |
1996 | महाश्वेता देवी | बांग्ला |
1997 | अली सरदार जाफरी | उर्दू |
1998 | गिरीश कर्नाड | कन्नड़ |
1999 | निर्मल वर्मा | हिन्दी |
1999 | गुरदयाल सिंह | पंजाबी |
2000 | इंदिरा गोस्वामी | असमिया |
2001 | राजेन्द्र केशवलाल शाह | गुजराती |
2002 | दण्डपाणी जयकान्तन | तमिल |
2003 | विंदा करंदीकर | मराठी |
2004 | रहमान राही | कश्मीरी |
2005 | कुँवर नारायण | हिन्दी |
2006 | रवीन्द्र केलकर | कोंकणी |
2006 | सत्यव्रत शास्त्री | संस्कृत |
2007 | ओ.एन.वी. कुरुप | मलयालम |
2008 | अखलाक मुहम्मद खान शहरयार | उर्दू |
2009 | अमरकान्त व श्रीलाल शुक्ल | हिन्दी |
2010 | चन्द्रशेखर कम्बार | कन्नड |
2011 | प्रतिभा राय | ओड़िया |
2012 | रावुरी भारद्वाज | तेलुगू |
2013 | केदारनाथ सिंह | हिन्दी |
2014 | भालचंद्र नेमाडे | मराठी |
2015 | रघुवीर चौधरी | गुजराती |
2016 | शंख घोष | बांग्ला |
2017 | कृष्णा सोबती | हिन्दी |
2018 | अमिताव घोष | अंग्रेजी |
2019 | अक्कित्तम अच्युतन नंबूदिरी | मलयालम |
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