केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 29 जनवरी 2021 को संसद में आर्थिक समीक्षा 2020-21 पेश की है जिसे मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने तैयार किया है. मोदी सरकार 2.0 का तीसरा आर्थिक सर्वेक्षण पेश कर दिया गया है. यह रिपोर्ट देश की अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति तथा सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से मिलने वाले परिणामों को दर्शाती है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 01 फरवरी 2021 को संसद में बजट पेश करेंगी. प्रति वर्ष बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया जाता है. इस सर्वे की रिपोर्ट को सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) के नेतृत्व में एक टीम द्वारा तैयार किया जाता है. सीईए ने आर्थिक सर्वेक्षण का मोबाइल ऐप लॉन्च किया.
राष्ट्रपति ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया
इससे पहले, संसद के बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ हुई. राष्ट्रपति ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया और सरकार के कामकाज का उल्लेख किया.
Union Finance Minister Nirmala Sitharaman tabled Economic Survey 2020-21 in Lok Sabha; Real growth rate for FY21 is taken as -7.7% (MoSPI) and real growth rate for FY22 is assumed as 11.5 % based on IMF estimates. (Photo source: DD News) pic.twitter.com/Y4lPYyBCa2
— ANI (@ANI) January 29, 2021
आर्थिक सर्वेक्षण 29 जनवरी को पेश किया गया
आमतौर पर आम बजट पेश किए जाने के पूर्व कार्यदिवस पर आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाता है. इसमें देश अर्थव्यवस्था की सेहत का पूरा लेखा-जोखा रहता है. इस बार 31 जनवरी को रविवार होने के कारण आर्थिक सर्वेक्षण 29 जनवरी को संसद में पेश किया जा रहा है. इसमें अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जानकारी दिये जाने के साथ-साथ आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये आगे किये जाने वाले सुधारों के बारे में सुझाव दिये गये हैं.
दिल्ली: मुख्य आर्थिक सलाहकार के.वी. सुब्रमण्यन ने आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 लॉन्च किया, जिसे आज संसद में पेश किया गया था। pic.twitter.com/hwvCEGPofs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 29, 2021
आर्थिक वृद्धि दर में 23.9 प्रतिशत
कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ से प्रभावित अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2021-22 में तेजी से रिकवरी की उम्मीद है. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर में 23.9 प्रतिशत जबकि दूसरी तिमाही में 7.5 प्रतिशत की गिरावट आयी है.
पूरे वित्त वर्ष में 7.7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है. अगले वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 11 प्रतिशत रहने का अनुमान है. सर्वे के मुताबिक, कोविड-19 लॉकडाउन की सख्ती उस समय में नकारात्मक आर्थिक वृद्धि का कारण बनी लेकिन आने वाले समय में सकारात्मक वृद्धि होगी.
आर्थिक सर्वेक्षण क्या होता है?
आर्थिक सर्वेक्षण पिछले एक साल की अर्थव्यवस्था की स्थिति पर एक विस्तृत रिपोर्ट होती है. इसमें अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रमुख चुनौतियों और उनसे निपटने का जिक्र होता है. आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक प्रभाग द्वारा मुख्य आर्थिक सलाहकार के मार्गदर्शन में इस दस्तावेज को तैयार किया जाता है.
पहला आर्थिक सर्वेक्षण
पहला आर्थिक सर्वेक्षण वित्त वर्ष 1950-51 में पेश किया गया था. बजट के समय ही इस दस्तावेज को पेश किया जाता है. 1964 से वित्त मंत्रालय बजट से एक दिन पहले सर्वेक्षण जारी करता आ रहा है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation