North Korea Hypersonic Missile: उत्तर कोरिया ने 28 सितंबर, 2021 को अपने पूर्वी तट से ह्वासोंग - 8 नामक एक नई विकसित हाइपरसोनिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. यह नवीनतम लॉन्च सितंबर, 2021 में उत्तर कोरिया का तीसरा मिसाइल परीक्षण है. इस राज्य की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह ह्वासोंग - 8 मिसाइल प्रक्षेपण उत्तर कोरिया की पांच वर्षीय सैन्य विकास योजना में 'पांच सबसे महत्वपूर्ण' नए हथियार प्रणालियों में से एक था.
उत्तर कोरिया ने दागी नई 'हाइपरसोनिक मिसाइल'
उत्तर कोरिया द्वारा संचालित मीडिया रिपोर्टों ने ह्वासोंग - 8 हाइपरसोनिक मिसाइल को एक रणनीतिक हथियार करार दिया है जो इस देश को अपनी रक्षा क्षमताओं को एक हजार गुना बढ़ाने में मदद करेगा. इन मीडिया रिपोर्टों में यह कहा गया है कि, ह्वासोंग - 8 मिसाइल ने कथित तौर पर अपने तकनीकी लक्ष्यों को हासिल किया है, जिसमें ग्लाइडिंग उड़ान विशेषताओं और मार्गदर्शक गतिशीलता शामिल हैं.
ह्वासोंग - 8 मिसाइल के प्रक्षेपण में उत्तर कोरिया ने पहली बार मिसाइल ईंधन एम्पौले का इस्तेमाल करने की शुरूआत भी की विश्लेषकों ने यह बताया है कि, यह तकनीक क्षेत्र में तैनात होने से पहले मिसाइलों को पूर्व-ईंधन की अनुमति देती है.
ह्वासोंग - 8 का प्रक्षेपण सितंबर, 2021 में प्योंगयांग का तीसरा प्रक्षेपण था जो सख्त अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच प्योंगयांग के स्थिर हथियार प्रौद्योगिकी विकास का संकेत है. इसने पहले उत्तर कोरिया द्वारा एक रणनीतिक क्रूज मिसाइल और दो रेलवे-जनित बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया गया था.
उत्तर कोरिया का हथियार कार्यक्रम
उत्तर कोरिया ने अपने हथियार कार्यक्रम को बढ़ाने के लिए सितंबर, 2021 में यह तीसरा मिसाइल परीक्षण किया है. हालांकि, अमेरिका उत्तर कोरिया से अपने परमाणु हथियार समाप्त करने के लिए कहता रहा है.
जनवरी, 2021 में उत्तर कोरिया ने एक सैन्य परेड के दौरान एक नई पनडुब्बी से लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइल का प्रदर्शन भी किया था. इसे दुनिया का सबसे ताकतवर हथियार बताया गया था. अगस्त, 2021 में संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी ने यह बताया था कि, उत्तर कोरिया ने योंगब्योन रिएक्टर को फिर से शुरू कर दिया है. वर्ष, 2017 में उत्तर कोरिया ने अपने पहले थर्मोन्यूक्लियर हथियार का अब तक का सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण किया था.
यह हाइपरसोनिक मिसाइल क्या होती है?
हाइपरसोनिक मिसाइल अगली पीढ़ी की नवीनतम युद्ध तकनीकों में से एक है जिसे अमेरिका, रूस, चीन और भारत जैसी सैन्य शक्तियों द्वारा विकसित किया जा रहा है. बाहरी अंतरिक्ष में उड़ान भरने के बाद खड़ी प्रक्षेपवक्र पर लौटने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों के विपरीत, हाइपरसोनिक मिसाइलें सीधे कम ऊंचाई पर लक्ष्य की ओर उड़ती हैं और अपने लक्ष्य को ध्वनि की गति से पांच गुना से अधिक प्राप्त कर सकती हैं जो लगभग 6,200 किमी प्रति घंटे (3,850 मील प्रति घंटे) की गति है.
जुलाई, 2021 में रूस ने व्हाइट सी में अपनी हाइपरसोनिक मिसाइल के सफल प्रक्षेपण की घोषणा की थी, जिसने 8,659.88 किमी प्रति घंटे (5,381 मील प्रति घंटे) की गति प्राप्त की.
हालांकि, मीडिया रिपोर्टों में यह कहा गया है कि, ह्वासोंग - 8 हाइपरसोनिक मिसाइल अभी भी विकास के शुरुआती चरण में है और इसे युद्ध में तैनात करने के लिए और समय की आवश्यकता होगी.
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