Shri Mahakal Lok: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में आज श्री महाकालेश्वर मंदिर में 'श्री महाकाल लोक' का उद्घाटन किया है. 'श्री महाकाल लोक' को बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में बनाया गया है. यह एक ऐसा स्थान होगा जहाँ पर भगवान शिव से जुड़ी सभी पौराणिक कथाएं प्रदर्शित की जाएँगी. जिसे मंदिर में आने वाले भक्त देख सकते है. यह श्री महाकाल कॉरिडोर प्रोजेक्ट का पहला चरण है.
पीएम मोदी ने आज महाकाल मंदिर पहुंचकर ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना की उसके बाद उन्होंने श्री महाकाल लोक का अवलोकन कर इस भव्य श्री महाकाल लोक का लोकार्पण किया. इसे भी काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर की तर्ज पर विकसित किया गया है. इस अनावरण कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर को एक भव्य रूप में सजाया गया था.
PM @narendramodi at the Shree Mahakal Corridor, Mahakal Lok in Ujjain, MadhyaPradesh
— DD News (@DDNewslive) October 11, 2022
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'महाकाल गान' भी हुआ लांच:
इस अवसर पर प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर द्वारा लिखित 'महाकाल गान' को भी लांच किया. इस गाने की प्रस्तुति खुद गायक कैलाश खेर ने किया. यह गान भगवान शिव को समर्पित है. इस अवसर पर दमोह जिले के बांदकपुर मंदिर और छतरपुर के जटाशंकर मंदिर सहित भगवान शिव को समर्पित राज्य के सभी बड़े मंदिरों में भी सांस्कृतिक और भक्ति कार्यक्रम आयोजित किए गए.
पूरे राज्य सहित विदेशों में भी हुआ इसका प्रसारण:
इस कार्यक्रम का पूरे राज्य में सीधा प्रसारण किया गया. इस लोकार्पण कार्यक्रम का प्रसारण विदेशों में भी किया गया है. इस भव्य आयोजन को दिखाने की व्यवस्था जर्मनी, आस्ट्रेलिया,यूएसए, न्यूजीलैंड, कनाडा, हालैंड, यूके सहित 40 देशों में इसका प्रसारण किया गया है. उद्घाटन कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री उज्जैन के कार्तिक मेला मैदान में जनसभा को संबोधित किया.
श्री महाकाल कॉरिडोर प्रोजेक्ट:
इस श्री महाकाल कॉरिडोर की अनुमानित लागत 800 करोड़ रूपये है. इसे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. इसके पहले चरण में लगभग 351 करोड़ रुपये की लागत से महाकाल लोक, हरसिद्धि मंदिर, चार धाम मंदिर, रुद्रसागर, और विक्रम टीला का निर्माण और विकास किया गया है. इस श्री महाकाल कॉरिडोर का पूरा कार्य 2023-24 में पूरा होगा.
पीएम मोदी ने भारत की सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहरों का कायाकल्प करने पर विशेष ध्यान दे रहे है. इसी कड़ी में यह प्रोजेक्ट भी शामिल है. वर्ष 2017-18 में इस महाकाल परिसर के विस्तार का डीपीआर प्रस्तुत किया गया और उसके बाद इसके पहले चरण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया.
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