Raisina Dialogue 2022: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज (25 अप्रैल, 2022) रायसीना डायलॉग के सातवें संस्करण का उद्घाटन करने वाले हैं. यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन, जो इस समय भारत की यात्रा पर हैं, इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगी.
रायसीना संवाद 25 अप्रैल से 27 अप्रैल तक तीन दिनों तक व्यक्तिगत रूप से आयोजित किया जाएगा. रायसीना डायलॉग भारत की प्रमुख बहुपक्षीय विदेश नीति और भू-अर्थशास्त्र सम्मेलन है. यह भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली बहुदेशीय संवाद कार्यक्रम है. इसमें भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक वैश्विक विषयों पर विचार होगा.
रायसीना डायलॉग 2022 की थीम
रायसीना डायलॉग 2022, 'टेरानोवा- इंपैसंड, इंपैसियस, इंपेरिल्ड' थीम पर आधारित है. इसमें छह विषयों पर मुख्य रूप से चर्चा होगी. बता दें टेरा नोवा पृथ्वी को कहा जाता है. डायलॉग का नाम यह रखने का मुख्य उद्देश्य है कि विश्व को नए नजरिए से देखा जाए.
रायसीना डायलॉग 2022 का आयोजन
रायसीना डायलॉग 2022 का आयोजन विदेश मंत्रालय और आब्जर्व रिसर्च फाउंडेशन (ORF) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है. यह डायलॉग पिछले साल कोविड महामारी के कारण वर्चुअल हुआ था. बता दें इस बार इसमें वक्ता प्रत्यक्ष रूप से शामिल होंगे. इसमें लगभग 100 सत्र होंगे तथा करीब 90 देशों के 210 वक्ता शामिल होंगे.
इन्हें हिस्सा लेने की उम्मीद
रायसीना डायलॉग 2022 में स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री कार्ल बिल्ट, आस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री एंथनी एबॉट, कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद हिस्सा लेंगे. इनके अतिरिक्त अर्जेंटीना, आर्मेनिया, लिथुवानिया, नीदरलैंड्स, गुयाना, नार्वे, पोलैंड, पुर्तगाल आदि देशों के विदेश मंत्रियों के इसमें हिस्सा लेने की उम्मीद है.
रायसीना डायलॉग का मुख्य उद्देश्य
रायसीना डायलॉग का मुख्य उद्देश्य एशियाई एकीकरण के साथ-साथ शेष विश्व के साथ एशिया के बेहतर समन्वय के लिए संभावनाओं एवं अवसरों की तलाश करना है. रायसीना डायलॉग एक बहुपक्षीय सम्मेलन है. यह वैश्विक समुदाय के सामने आने वाले चुनौतीपूर्ण विषयों को संबोधित करने हेतु प्रतिबद्ध है.
रायसीना डायलॉग कब शुरू हुआ था?
रायसीना डायलॉग का प्रारंभ वर्ष 2016 में किया गया था. रायसीना डायलॉग वार्षिक सम्मेलन है. इसमें भू-राजनीतिक एवं भू-आर्थिक विषयों पर चर्चा की जाती है. इसका आयोजन भारत के विदेश मंत्रालय एवं ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है. रायसीना में विभिन्न देशों के विदेश, रक्षा एवं वित्त मंत्रियों को शामिल किया जाता है.
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