Karmayogi Saptah: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में शनिवार को 'राष्ट्रीय लर्निंग वीक' या 'कर्मयोगी सप्ताह' का शुभारंभ किया. यह पहल सिविल सेवा कर्मचारियों की क्षमताओं को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है. इसका उद्देश्य कर्मचारियों की क्षमताओं को बेहतर बनाना है. बता दें कि यह कार्यक्रम 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य के अनुरूप है.
यह भी देखें: Cyclone Dana: किस देश ने दिया ‘डाना’ नाम और क्या है इसका हिंदी अर्थ? जानें
'कर्मयोगी सप्ताह' कब से कब तक:
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 19 अक्टूबर को राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह 'कर्मयोगी सप्ताह' (कर्मयोगी सप्ताह) का उद्घाटन किया है जो 19 अक्टूबर से 25 अक्टूबर, 2024 तक चलेगा.
क्या है कर्मयोगी सप्ताह?
सितंबर 2020 में शुरू किया गया मिशन कर्मयोगी भविष्य के लिए तैयार सार्वजनिक सेवा का निर्माण करना चाहता है, जो वैश्विक सोच और भारतीय मूल्यों का मेल हो। राष्ट्रीय लर्निंग वीक (NLW) इस दिशा में सबसे बड़ा आयोजन है, जो सिविल सेवकों को व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से कुशल बनाने में मदद करेगा.
मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य:
लांच के दौरान अपने भाषण में, प्रधानमंत्री मोदी ने रचनात्मक समस्या-समाधान और नागरिक-केंद्रित सरकार की महत्ता पर जोर दिया. उन्होंने मिशन कर्मयोगी के माध्यम से हुई प्रगति का उल्लेख किया, जिसका उद्देश्य कौशल-सम्पन्न कार्यबल प्रदान करना है जो देश के विकास को गति देगा.
राष्ट्रीय लर्निंग वीक में क्या होगा?
राष्ट्रीय लर्निंग वीक (NLW) का उद्देश्य व्यक्तिगत और सरकारी निकायों, जैसे मंत्रालयों, विभागों और संगठनों के भागीदारी के माध्यम से सीखने को प्रोत्साहित करना है.
हर सरकारी कर्मचारी, जिसे यहाँ कर्मयोगी कहा गया है, से उम्मीद की जाती है कि वह सप्ताह के दौरान कम से कम चार घंटे का अध्ययन पूरा करे.
कैसे पूरा करें कोर्सेज:
आईजीओटी (iGOT) पर रोल-आधारित कोर्सेज लेने या वेबिनार में शामिल होकर इसे पूरा किया जा सकता है, जिनमें सार्वजनिक व्याख्यान और विशेषज्ञों द्वारा नीति मास्टरक्लास शामिल होंगे.
आईजीओटी प्लेटफॉर्म मिशन कर्मयोगी का हिस्सा है. अभी तक 40 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों का पंजीकरण और 1.5 करोड़ प्रमाणपत्रों के साथ 1,400 से अधिक कोर्सेज का आयोजन किया जा रहा है.
आदर्श कर्मयोगी पुरस्कार:
राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह के तीसरे दिन, 13 कर्मचारियों को iGOT कर्मयोगी पोर्टल पर 100 से अधिक पाठ्यक्रम पूरे करने पर "आदर्श कर्मयोगी पुरस्कार" से सम्मानित किया गया. इन्हें 21 अक्टूबर, 2024 को केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री श्री जी किशन रेड्डी और राज्य मंत्री श्री सतीश चंद्र दुबे द्वारा सम्मानित किया गया.
यह भी देखें:
Special Trains 2024: दिवाली और छठ पूजा के लिए 28 स्पेशल ट्रेनों का ऐलान, चेक करें रूट और टाइमिंग
Comments
All Comments (0)
Join the conversation