Sony Pictures-ZEEL Merger: ज़ी एंटरटेनमेंट-सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के बीच मर्जर को ZEEL के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है. बोर्ड ने 90 दिनों के ड्यू डिलिजेंस के पूरा होने से पहले बाइडिंग एग्रीमेंट पर साइन कर दिए हैं. समझौता का मतलब है कि अब ZEEL का मर्जर होगा तो केवल Sony के साथ ही होगा.
इस समझौता के तहत टीवी कारोबार, डिजिटल एसेट्स, ऑपरेशंस और प्रोग्राम लाइब्रेरी का भी विलय होगा. इसके साथ ही बोर्ड में अधिकतर डायरेक्टर को नॉमीनेट करने का अधिकार सोनी ग्रुप्स (Sony Group) के पास होगा. पहले 90 दिनों के लिए दोनों कंपनियों के बीच नॉन बाइडिंग एग्रीमेंट था.
जारी बयान में क्या कहा गया?
जारी बयान में बताया गया है कि ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के बीच विलय के लिए डेफिनिटिव एग्रीमेंट पर दस्तखत कर दिए गए हैं. इस करार के अंतर्गत दोनों कंपनियों के लिनियर नेटवर्क, डिजिटल एसेट्स, प्रोडक्शन ऑपरेशन और प्रोग्राम लाइब्रेरी का एकीकरण किया जाएगा.
एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका ही होंगे
विलय के बाद बनी कंपनी के एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका ही होंगे. वहीं नई कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की नियुक्ति सोनी ग्रुप करेगा और इसमें सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के एमडी और सीईओ एनपी सिंह भी शामिल होंगे. विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नई साझा कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट हो जाएगी.
सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट नेटवर्क
विलय के बाद ये देश का सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट नेटवर्क बन जाएगा. इस विलय से ZEEL को ग्रोथ कैपिटल मिलेगा और साथ ही दोनों के पास एक दूसरे के कंटेन्ट, डिजिटल प्लाटफॉर्म्स का एक्सेस भी मिलेगा. बता दें कि ZEEL की पहुँच SONY से कहीं बड़ा है. ZEEL की पहुँच 190 देशों में तो SONY की केवल 167 देशों में है. ऐसे में सोनी के लिए अपनी उपस्थिति बढ़ाने का ये एक बहुत ही बड़ा अवसर साबित होगा.
कंपनी का अप्रत्यक्ष हिस्सेदारी
विलय प्रक्रिया पूरी होने के बाद नई कंपनी में सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट की अप्रत्यक्ष रूप से 50.86 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी जबकि ज़ी के प्रमोटर्स के पास 3.99 और ज़ी एंटरटेनमेंट के पास 45.15 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी में SONY कुल 11,605.94 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.
पुनीत गोयनका ने क्या कहा?
पुनीत गोयनका ने कहा कि दोनों कंपनियां मिलकर अब मिलकर मनोरंजन के क्षेत्र में ज्यादा बड़े पैमाने पर काम करेंगी. बता दें कि डेफिनिटिव एग्रीमेंट के तहत जी के प्रमोटर्स विलय के बाद बनी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को 20 प्रतिशत तक कर सकते हैं.
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