छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 30 जुलाई 2018 को स्टार्टअप इंडिया यात्रा शुरू की गई. रायपुर में बड़ी संख्या में छात्रों ने आयोजित होने वाले पहले बूट कैंप के लिए अपना पंजीकरण कराया.
वहां से, स्टार्टअप इंडिया यात्रा वैन ने 31 जुलाई को बिलासपुर स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में दूसरे बूट कैंप पहुंची.
स्टार्टअप इंडिया वैन छत्तीसगढ़ के कोरवा, कोरिया, सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, भलोदा बाजार, दुर्ग, राजनंदगांव, बालोद, धमतरी, कांकेड़, कोण्डागांव, जगदलपुर, दन्तेवाड़ा जैसे अन्य शहरों की भी यात्रा करेगा.
मुख्य तथ्य:
- स्टार्टअप इंडिया वाहन ऐसी सुविधाओं से युक्त है जहां स्टार्टअप के लिए विचार दिए जा सकते हैं.
- बूट कैंपों में स्टार्टअप इंडिया तथा छत्तीसगढ़ स्टार्टअप नीति पर आधारित प्रस्तुतियां दी जाएंगी.
- इसके बाद स्टार्टअप के विचारों पर आधारित कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा.
- स्टार्टअप के संदर्भ में नये विचार प्रदान करने का भी एक सत्र आयोजित किया जाएगा. सर्वश्रेष्ठ विचारों को चयनित किया जाएगा.
- स्टार्टअप इंडिया यात्रा का गुजरात, उत्तर प्रदेश, उडीसा, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में आयोजन हो चुका है और अब यह छत्तीसगढ़ में प्रारंभ हुआ है.
- छत्तीसगढ़ में स्टार्ट अप योजना से राज्य के युवाओं को जोड़ने और लाभ दिलाने के लिए स्टार्ट-अप छत्तीसगढ़ योजना शुरू की गई.
- राज्य सरकार ने इस संबंध में अलग स्टार्ट-अप नीति भी बनाई है.
उद्देश्य: |
स्टार्टअप इंडिया टायर 2 और टायर 3 के शहरों में रोजगार के अवसरों के सृजन के लिए प्रत्येक महीने एक राज्य में स्टार्टअप इंडिया यात्रा का आयोजन करती है. |
महत्व:
बूट कैंपों में चयनित व्यापारिक योजनाओं को राज्य सरकार सहायता प्रदान करती है. 40 जिलों के 19 हजार छात्र इस यात्रा से लाभान्वित हुए हैं. 90 नवाचार विचारों को राज्य सरकारों से सहायता प्राप्त हुई है.
स्टार्टअप इंडिया के बारे में:
स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है. इसका उद्देश्य देश में स्टार्टअप्स और नये विचारों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है. जिससे देश का आर्थिक विकास हो एवं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हों. स्टार्टअप इंडिया की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी. ये सरकार द्वारा देश के युवाओं की मदद करने के लिये एक प्रभावी योजना है. स्टार्ट-अप का अर्थ, देश के युवाओं को बैंको के माध्यम से वित्त प्रदान करना जिससे उनकी शुरुआत बेहतर मजबूती के साथ हो ताकि वो भारत में अधिक रोजगार सृजन कर सके.
स्टार्ट-अप एक्शन प्लान मुख्य रूप से इन तीन बृहद भागों में विभाजित है:-
1. सरलीकरण और प्रारंभिक सहायता
2. समर्थन और प्रोत्साहन अनुदान
3. उद्योग-शैक्षिकजगत(एकेडेमिया) भागीदारी और उद्भवन
भारत में स्टार्टअप्स की कार्यशील पूंजी आवश्यकता को संबोधित करने, विकास को प्रोत्साहित करने और उन्हें एक प्रतियोगी मंच प्रदान करने के लिए स्टार्टअप्स के मुनाफे को 3 वर्ष की अवधि के लिए कर से मुक्त रखा जाएगा.
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