टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 05 नवंबर 2019 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से-राष्ट्रीय जलमार्ग-2 और आरसीईपी समझौता आदि शामिल हैं.
राष्ट्रीय जलमार्ग -2: ब्रह्मपुत्र पर कंटेनर कार्गो अबतक की पहली आवाजाही
यह इस अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) मार्ग पर पहला कंटेनरीकृत कार्गो आवाजाही है. जलमार्गों के द्वारा कच्चे माल से लेकर तैयार अंतिम उत्पादों की ढुलाई बहुत कम खर्चीला है क्योंकि नदियां, नहरें तथा समुद्र में उपलब्ध पानी की गहराई प्राकृतिक है.
भारत और बांग्लादेश के मध्य एक अंतर्देशीय जल पारगमन और व्यापार समझौता मौजूद है. इस समझौता के अंतर्गत एक देश के अंतर्देशीय जलयान दूसरे देश के विनिर्दिष्ट मार्गों से पारगमन कर सकते हैं. भारत और बांग्लादेश ने हाल के दिनों में जलमार्गों के उपयोग को बढ़ाने हेतु बड़े कदम उठाए हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने बैंकॉक में विश्व के सबसे बड़े मुक्त व्यापार समझौते 'क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी' (आरसीईपी) में शामिल नहीं होने का फैसला किया है. विश्व के कई नेताओं ने आरसीईपी शिखर सम्मेलन में भाग लिया था. केंद्र सरकार के फैसले का भारत के सभी विपक्षी नेताओं ने स्वागत किया, जो इस सौदे पर हस्ताक्षर करने के विरुद्ध थे.
आरसीईपी एक व्यापार समझौता है. यह सदस्य देशों को एक-दूसरे के साथ व्यापार करने की सुविधा प्रदान करता है. समझौते के मुताबिक सदस्य देशों को आयात तथा निर्यात पर लगने वाला टैक्स (कर) या तो बिल्कुल नहीं भरना पड़ता है या बहुत ही कम भरना पड़ता है.
विराट कोहली का रिकॉर्ड टूटा, शुभमन गिल ने रचा इतिहास
इंडिया-सी की कमान संभालने वाले 20 वर्षीय शुभमन गिल ने देवधर ट्रॉफी में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का दस साल पुराना रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. शुभमन गिल देवधर ट्रॉफी के फाइनल मैच में इंडिया-सी टीम की कप्तानी करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गये हैं.
05 नवंबर को भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली अपना 31वां जन्मदिन मना रहे हैं. विराट कोहली का जन्म 05 नवंबर 1988 को हुआ था. उनके नाम विश्व के महान क्रिकेटरों में शुमार किया जाता है. विराट कोहली ने 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के विरुद्ध पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था. उन्होंने डेब्यू मैच में मात्र 12 रन बनाये थे.
बिहार सरकार का बड़ा फैसला, 15 साल से अधिक पुराने वाहनों पर लगा प्रतिबंध
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई शहरों एवं क्षेत्रों में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए 04 नवंबर को शीर्ष अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में अधिकारियों के साथ प्रदूषण कन्ट्रोल करने के उपायों पर चर्चा की गई. राज्य सरकार ने प्रदूषण पर लगाम लगाने हेतु कई बड़े फैसले किये हैं.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने हाल ही में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) जारी किया है, जो क्षेत्र में प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति को दर्शाता है. रिपोर्ट के मुताबिक, पटना में पीएम 2.5 का स्तर 428 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के स्तर पर पहुंच गया है.
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