टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 23 जून 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस 2021: जानें कैसे हुई थी इस दिवस की शुरुआत
इस खास दिन पर विश्व के अलग-अलग हिस्सों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इसमें हर वर्ग के लोग या खिलाड़ी शामिल होते हैं. कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल ओलंपिक खेलों का आयोजन टाल दिया गया था, जो अब अलगे महीने टोक्यो में खेले जाएंगे.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस मनाए जाने का प्रमुख उद्देश्य खेलों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हर वर्ग और आयु के लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देना है. यह दिन खेल, स्वास्थ्य और खुद को बेहतर बनाने का दिन है. इसमें दुनियाभर से कोई भी भाग ले सकता है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस 23 जून 1948 को पहली बार मनाया गया था.
तमिलनाडु सरकार ने पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन को आर्थिक सलाहकार परिषद में किया शामिल
राज्य के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने 21 जून 2021 को घोषणा की है कि मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद में प्रमुख अर्थशास्त्रियों को शामिल किया गया है. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की एडवाइजरी काउंसिल में कई और आर्थिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं. तमिलनाडु सरकार की आर्थिक सलाहकार परिषद में इकनॉमिक एक्सपर्ट रघुराम राजन के साथ एस्थर डफ्लो और डॉक्टर अरविंद सुब्रमणियन जैसे नामों को भी जोड़ा गया है.
राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि मध्यम, मछोले एवं छोटे उद्योगों को पुनर्जीवित करने के लिए उद्योगपतियों, बैकिंग, वित्तीय विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों की एक एक्सपर्ट कमिटी गठित की जाएगी जो इस क्षेत्र में नई योजनाओं को लेकर आएगी. दूसरी ओर तमिलनाडु सरकार की आर्थिक सलाहकार परिषद में अरविंद सुब्रमणियन को जगह मिली है.
अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस 2021: जानें इस दिवस का इतिहास और महत्व
इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे विश्व में विधवा महिलाओं की स्थिति में सुधार हो सके और वे भी सामान्य जीवन व्यतीत कर सकें. इसी के उद्देश्य से पूरा विश्व 23 जून को अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस मनाता है. विधवाओं और उनके बच्चों से दुर्व्यवहार मानव अधिकारों का सबसे गंभीर उल्लंघन और आज के विकास में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है.
दुनिया की लाखों विधवाओं को गरीबी, हिंसा, बहिष्कार, बेघर, बीमार, स्वास्थ्य जैसी समस्याएं और कानून व समाज में भेदभाव सहना करना पड़ता है. एक अनुमान के अनुसार कहा जाता है कि, लगभग 115 मिलियन विधवाएं गरीबी में रहने को मजबूर हैं, जबकि 81 मिलियन महिलाएं ऐसी हैं जो शारिरिक शोषण का सामना करती हैं.
मलेशिया ने छोड़ा इंडोनेशिया को पीछे, बना भारत का सबसे बड़ा क्रूड पाम ऑयल निर्यातक
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय वनस्पति तेल रिफाइनर्स और व्यापारियों का एक व्यापार निकाय, भारत में मलेशिया का पाम ऑयल निर्यात वर्ष, 2020-21 के पहले सात महीनों में 238 प्रतिशत बढ़कर 2.42 मिलियन टन हो गया. यह विपणन वर्ष 01 नवंबर से शुरू हुआ.
मलेशियाई प्लांटर्स इंडोनेशियाई निर्यात लेवी से लाभान्वित हो रहे हैं. सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) ने यह कहा है कि, इंडोनेशियाई पाम ऑयल की आपूर्ति पर छूट की पेशकश करके उन्होंने यह बाजार हिस्सेदारी हासिल की है. व्यापार अधिकारियों के अनुसार, इंडोनेशिया का निर्यात शुल्क लगातार पांच महीनों से अपने उच्चतम स्तर पर है.
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