संयुक्त राष्ट्र के महाचसिव एंटोनियो गुटेरेस ने दुनिया पर मंडरा रहे कोरोना वायरस (कोविड-19) के खतरे के बीच कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के सदस्य देश महामारी पर चर्चा के लिए जल्द ही बैठक करेंगे. कोरोना वायरस की वजह से विश्वभर में 10 लाख 20 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, जबकि 70 हजार के करीब लोगों की मौत हो चुकी है.
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक ब्रीफिंग के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए गुटेरेस संयुक्त राष्ट्र के महाचसिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि मुझे सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष से परिषद के सदस्य देशों को संबोधित करने का निमंत्रण मिला है, जो मैं अगले हफ्ते करूंगा. कोरोना वायरस के वैश्विक प्रकोप के बाद से 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने एक बार भी बैठक नहीं की है.
यह पद पहले चीन के पास था |
डोमिनिकन रिपब्लिक ने चीन के बाद एक अप्रैल से यूएनएससी की अध्यक्षता संभाली है. इससे पहले 31 मार्च तक यह पद चीन के पास था. |
संयुक्त राष्ट्र के महाचसिव गुटेरेस ने कहा कि अफगानिस्तान में जहां लड़ाई बढ़ गई है. वहां समय आ गया है कि सरकार और तालिबान मिलकर काम करें और लड़ाई छोड़ दें क्योंकि कोरोना वायरस लोगों को प्रभावित कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र के महाचसिव ने कहा कि मेरा उद्देश्य अब युद्ध को रोकना है, निर्णय करना नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य अब यह सुनिश्चित करना है कि युद्ध विराम, जिसके तकनीकी पहलुओं पर दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों द्वारा सहमति व्यक्त की गई.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बारे में
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र के छः प्रमुख अंगों में से एक अंग है. इसका उत्तरदायित्व है अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को अनिवार्य निर्णयों को घोषित करने का अधिकार भी है. ऐसे किसी निर्णय को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव कहा जाता है. इसे विश्व का सिपाही भी कहते है क्योंकि वैश्विक शांति और सुरक्षा की जिममेदारी इसी के पास में है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य है. इसमें से पांच स्थाई सदस्य और दस अल्पकालिक सदस्य है. पांच स्थाई सदस्य चीन, फ़्रांस, रूस, ग्रेट ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका है. इन पांच देशो को कार्यविधि मामलों में तो नहीं पर विधिवत मामलों में प्रतिनिषेध शक्ति है. बाकी के दस सदस्य क्षेत्रीय आधार के अनुसार दो साल की अवधि के लिए सामान्य सभा द्वारा चुने जाते है.
पृष्ठभूमि
चीन में दिसंबर 2019 में पहली बार कोरोना वायरस का पता चला था. इसके बाद से विश्वभर में अबतक लगभग 70 हजार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. इसमें से 2 लाख 60 हजार से ज्यादा लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं.
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