केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 01 फरवरी 2017 को लोकसभा में वर्ष 2017-18 का आम बजट (Union Budget) पेश किया. आम बजट 2017-18 में शिक्षा, कौशल एवं रोजगार सृजन से संबंधित निम्नलिखित घोषणाएं की गई.
मुख्य बिंदु
• महिलाओं के लिए आंगनबाड़ी के माध्यम से 500 करोड़ रुपये के खर्च का विशेष प्रावधान.
• सीबीएसई प्रवेश परीक्षा नहीं लेगी, प्रवेश परीक्षा के लिए अलग बॉडी बनेगी.
• सरकारी स्कूलों में शिक्षा क्वालिटी की जांच की जाएगी, जिसके लिए योजना लाई जाएगी.
• उच्च शिक्षा में दाखिले के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का गठन किया जाएगा.
• गांवों में महिला शक्ति केंद्र स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान.
• वार्षिक 3479 पिछड़े ब्लॉक में वार्षिक लर्निंग आउटकम के लिए कदम उठाये जायेंगे. इनमें आईसीटी सुविधाओं से लैस क्लासरूम तैयार की जाएगी.
• विज्ञान शिक्षा और लचीले पाठ्यक्रम पर जोर दिया जायेगा.
• 350 ऑनलाइन कोर्स के लिए स्वयं प्लेटफार्म तैयार किया जायेगा.
• यूजीसी में सुधार के लिए कदम उठाये जायेंगे.
• स्किल इंडिया द्वारा युवाओं के कौशल विकास पर जोर दिया जायेगा.
• मेडिकल पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षा में 5000 सीटें बढाई जायेंगी.
• प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्रों को बढ़ाया जायेगा.
• 2017-18 में संकल्प कार्यक्रम आरंभ किया जायेगा.
• वोकेशनल प्रोग्राम पर भी जोर दिया जायेगा.
· गांवों में महिला शक्ति केंद्र स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान.
· वार्षिक 3479 पिछड़े ब्लॉक में वार्षिक लर्निंग आउटकम के लिए कदम उठाये जायेंगे. इनमें आईसीटी सुविधाओं से लैस क्लासरूम तैयार की जाएगी.
· विज्ञान शिक्षा और लचीले पाठ्यक्रम पर जोर दिया जायेगा.
· 350 ऑनलाइन कोर्स के लिए स्वयं प्लेटफार्म तैयार किया जायेगा.
· यूजीसी में सुधार के लिए कदम उठाये जायेंगे.
· स्किल इंडिया द्वारा युवाओं के कौशल विकास पर जोर दिया जायेगा.
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