भारत में यदि सबसे प्रमुख और बड़े त्योहारों की बात करें, तो यह दिवाली का त्योहार है। इस त्योहार की रौनक पूरे 5 दिनों तक बनी रहती है। वहीं, उत्तर भारत में इस त्योहार की अलग ही धूम देखने को मिलती है। भारत में दिवाली का जिक्र हो और उत्तर प्रदेश की दिवाली का बात न हो, ऐसा हो नहीं सकता है।
वजह है यूपी की दिवाली, जहां उल्लास और हर्ष का अलग ही स्तर देखने को मिलता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि यूपी में एक जिला ऐसा भी है, जिसे दिवाली का शहर भी कहा जाता है। कौन-सा है यह जिला, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
उत्तर प्रदेश में कुल जिले और मंडल
उत्तर प्रदेश में कुल जिलों की बात करें, तो यहां 75 जिले हैं, जो कि पूरे देश में किसी भी राज्य में सबसे अधिक हैं। ये सभी जिले कुल 18 मंडलों में आते हैं, जो कि कुल चार संभागों में बंटे हुए हैं। इन संभागों में पूर्वांचल, मध्यांचल, पश्चिमांचल और बुंदेलखंड शामिल हैं।
कौन-सा जिला कहलाता है दिवाली का शहर
अब सवाल है कि यूपी का कौन-सा जिला दिवाली का शहर कहलाता है। आपको बता दें कि यूपी में अयोध्या जिले को दिवाली का शहर या दीपोत्सव का शहर भी कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है दिवाली का शहर
हिंदू मान्यताओं की मानें, तो भगवान श्रीराम के 14 वर्ष वनवास खत्म कर अयोध्या लौटने के बाद ही इस शहर से दिवाली की शुरुआत हुई थी। वहीं, यूपी सरकार द्वारा हर साल सरयू नदी के तट पर बड़े स्तर पर दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस कड़ी में यहां लाखों की संख्या में दीपक जलाए जाते हैं। इसे लेकर कई बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बने हैं, जिससे अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी पहचान मिली है।
देव दीपावली के लिए जाना जाता वाराणसी शहर
यूपी का वाराणसी शहर भी दिवाली के लिए जाना जाता है। हालांकि, यहां की देव दीपावली प्रमुख है। इस दिवस के अवसर पर बनारस के घाटों पर लाखों दीये जलते हैं और गंगा किनारे बसा यह शहर अलग ही रूप में नजर आता है।
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