केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 29 दिसंबर, 2020 को लद्दाख के लेह में स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग के केंद्र का आभासी तौर पर उद्घाटन किया.
इस उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने IMD केंद्र के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, यह भी आश्वासन दिया कि, सरकार लद्दाख के लोगों और प्रशासन को सर्वोत्तम मौसम सेवा प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी और इस क्षेत्र को मौसम की अनियमितताओं से सुरक्षित और सुरक्षित बनाएगी.
लद्दाख में IMD केंद्र स्थापित करने का प्रमुख उद्देश्य
डॉ. हर्षवर्धन ने लेह में एक मौसम केंद्र की आवश्यकता के बारे में बताते हुए यह कहा कि, इस क्षेत्र में बिना किसी वनस्पति, ऊंचे ढलान और बहुत सारे ढीले मलबे और मिट्टी के साथ ऊंचे पहाड़ हैं जो अन्य चीजों के बीच, इस क्षेत्र को विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक खतरों जैसे अचानक आने वाली बाढ़, बादल फटना, हिमनद झील में दरार, और हिमस्खलन के कारण असुरक्षित बनाते हैं.
लेह, लद्दाख में IMD के कार्य
- यह केंद्र मौसम पूर्वानुमान सेवाओं की एक श्रृंखला प्रदान करेगा. यह दोनों क्षेत्रों - कारगिल और लेह के लिए लघु (3 दिन) और मध्यम (12 दिन) से लेकर अधिकतम (1 महीने) की अवधि के लिए दैनिक आधार पर सभी हितधारकों को अपनी सेवा प्रदान करेगा.
- जिला स्तर पर पूर्वानुमान प्रदान करने के अलावा, IMD अन्य स्थानों के अलावा पैंगोंग झील, नुब्रा, कारगिल, ज़ांस्कर, द्रास, खलसी जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थालों के लिए मौसम का विवरण भी प्रदान करेगा.
- कुछ अन्य महत्वपूर्ण सेवाएं जो IMD द्वारा उपलब्ध होंगी, उनमें पर्वतारोहण, राजमार्ग पूर्वानुमान, कृषि, ट्रेकिंग, कम और उच्च तापमान, फ्लैश फ्लड वॉर्निंग आदि के लिए पूर्वानुमान शामिल होगा.
लद्दाख में स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग केंद्र के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी
लेह, लद्दाख में यह केंद्र अधिक ऊंचाई पर मौसम विज्ञान के लिए एक विश्व स्तरीय सुविधा होगी. यह लोगों की विभिन्न प्रकार की जलवायु और मौसम की जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ लद्दाख के प्रशासन के लिए भी महत्त्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाएगा.
IMD का यह केंद्र 3,500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह केंद्र इतिहास बनायेगा क्योंकि यह देश का सर्वोच्च मौसम विज्ञान केंद्र होगा.
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