11 मई 2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूरोपियन फेज्ड एडप्टिव अप्रोच (EPAA) मिसाइल रक्षा प्रणाली का दूसरा चरण रोमानिया में शुरु किया.
इसके हिस्से के तौर पर रोमानिया के देवेसेलू में अमेरिकी नौसेना समर्थन सुविधा में एक नई भू-आधारित मिसाइल रक्षा प्रणाली की स्थापना की जाएगी.
प्रणाली से संबंधित जानकारी
• इसे 2011 में हुए अमेरिका-रोमानिया बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा समझौते के तहत स्थापित किया गया था.
• यह एसएम-3 मिसाइल इंटरसेप्टर का प्रयोग कर लघु एवं मध्यम-दूरी की मिसाइलों से खतरों का मुकाबला करने के लिए लैस है.
• इसका निर्माण और रखरखाव अमेरिका करेगा. इसका संचालन अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) मिल कर करेंगे.
• यह यूरोप का पहला भू-आधारित रक्षा मिसाइल लॉन्चर है और जर्मनी, तुर्की एवं स्पेन में नाटो के रक्षात्मक बचाव क्षेत्र के अन्य तत्वों में शामिल होगा.
यूरोपीय फेज्ड एडप्टिव अप्रोच के बारे में
• इसकी घोषणा 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने की थी.
• इसका उद्देश्य अमेरिका, अमेरिका द्वारा तैनात बलों, यूरोपीय सहयोगियों और उसके भागीदारों की बैलिस्टिक मिसाइलों से रक्षा करना है.
• इसका इरादा जॉर्ज बुश प्रशासन के पोलैंड और चेक गणराज्य में अलग प्रणाली के नियोजित द्विपक्षीय तैनाती की जगह लेना है.
• बुश के अमेरिका केंद्रित योजना की बजाए EPAA वैकल्पिक तकनीक का प्रयोग कर नाटो-केंद्रित दृष्टिकोण पर काम कर रहा है.
इसके निम्नलिखित चार चरण हैं–
चरण 1: लघु और मध्यम दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल के खतरों से निपटने के लिए तुर्की में जमीन पर स्थित पूर्व चेतावनी रडार प्रणाली की स्थापना की गई थी.
चरण 2: रोमानिया में जमीन पर बना बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली
चरण 3: यह पोलैंड में अतिरिक्त जमीन पर बने अतिरिक्त एसएम-3 साइट के साथ मध्यम और मध्यवर्ती दूरी के मिसाइल खतरों की कवरेज में सुधार करना चाहता है. यह 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा.
चरण 4: यह मध्यम और मध्यवर्ती रेंज की मिसाइलों और मध्य पूर्व के संभावित भावी अंतर–महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के खतरों का मुकाबला करना चाहता है. यह 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा.

Comments
All Comments (0)
Join the conversation