Monkeypox virus outbreak: कोरोना महामारी के बीच अब मंकीपॉक्स (Monkeypox virus outbreak) ने भी दस्तक दे दी है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार क्या दुनिया में फैल रही नई बीमारी ‘मंकीपॉक्स’ (Monkeypox) की वजह 'रिलेशन' बनाना है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने इस विषय पर लोगों को सजग करते हुए बड़ी चेतावनी जारी की है. डॉक्टरों केअनुसार यदि आप ‘मंकीपॉक्स’ (Monkeypox) से पीड़ित किसी व्यक्ति के साथ रिलेशन बनाते हैं तो आपके भी इस बीमारी से संक्रमित हो जाने की बहुत ज्यादा आशंका है.
बता दें यूरोपीय देशों में मंकीपॉक्स का संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ रहा है. अमेरिका में भी मंकीपॉक्स का पहला केस सामने आ गया है. रिपोर्ट के अनुसार मैसाचुएट्स में रहने वाला एक शख्स पॉजिटिव आया है. यह व्यक्ति हाल ही में कनाडा से लौटा था. विश्व के कई देशों में इस बीमारी के मरीज सामने आए हैं.
वर्तमान में मंकीपॉक्स के केसों की पुष्टि अमेरिका, ब्रिटेन पुर्तगाल और स्पेन में हो चुकी है. मंकीपॉक्स की हालिया रिपोर्टों ने अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच बहुत ज्यादा चिंता बढ़ा दी है क्योंकि ट्रांसमिशन पैटर्न असामान्य दिखाई दे रहा है. मंकीपॉक्स वायरस ने दुनिया भर के डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है.
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40 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं
बता दें कोरोना महामारी से अभी हम उभर भी नहीं पाए हैं कि अब एक और वायरस परेशान कर रहा है. इस वायरस के फैलाव की कड़ी में अब मंकीपॉक्स वायरस शामिल हो चुका है. स्पेन एवं पुर्तगाल में अब तक 40 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं. ब्रिटेन में भी 6 मई से अब तक 9 केस सामने आ चुके हैं.
पूरी दुनिया में हड़कंप
मंकीपॉक्स वायरस के प्रतिदिन नए केस मिलने से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है. ब्रिटेन के बाद मंकीपॉक्स वायरस ने अमेरिका में भी पांव फैलाना शुरू कर दिया है. बता दें यहां हाल ही में कनाडा का सफर कर लौटे व्यक्ति में मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण की पुष्टि की गई है.
अब तेजी से बढ़ रहा यह वायरस
हाल ही में, यूनाइटेड किंगडम, पुर्तगाल और स्पेन में मंकीपॉक्स के कुछ मामले सामने आए हैं. इस बीमारी के फैलने का खतरा अब तेजी से बढ़ता जा रहा है. मंकीपॉक्स के मामले आमतौर पर पश्चिम और मध्य अफ्रीका में पाए जाते हैं, लेकिन अब इस बीमारी के मामले कहीं से भी सामने आ रहे हैं.
मंकीपॉक्स वायरस के मामले
मंकीपॉक्स वायरस के मामले विश्व के अलग-अलग क्षेत्रों से भी आ रहे हैं. यह वायरस अब विश्वभर में अपना पैर फैला रहा है. ब्रिटेन में 06 मई 2022 से अब तक मंकीपॉक्स के नौ केस की पुष्टि की जा चुकी है. वहीं अमेरिका ने 18 मई 2022 को कनाडा की यात्रा कर लौटे एक नागरिक में मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि की है.
तेजी से फैलने का कारण?
वायरस के तेजी से फैलने का एक कारण यह भी माना जा रहा है कि कोविड गाइडलाइंस हटने के बाद लोग लापरवाही से इधर-उधर घूम रहे हैं. बता दें इंसानों के मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के मामले इतने मामले आने के बाद भी दुर्लभ माने जाते हैं. मंकीपॉक्स के जो मामले सामने आए हैं, उनका संबंध अफ्रीकी महाद्वीप की यात्रा या आयातित जानवरों के संपर्क से जरूर मिले हैं.
मंकीपॉक्स वायरस क्या है?
यह रोग मंकीपॉक्स नामक विषाणु से फैलता है. इसका संक्रमण कुछ हद तक मनुष्यों में चेचक के समान है. मंकीपॉक्स की खोज साल 1958 में बंदरों के एक समूह से हुई थी, जिसके कारण इसे मंकीपॉक्स नाम दिया गया था. मंकीपॉक्स वायरस की उत्पत्ति पश्चिम एवं मध्य अफ्रीका के देशों में हुई थी. इस इलाकों में लोग हमेशा जंगली जानवरों के संपर्क में आते रहते हैं. इस दौरान जानवरों के काटने, खरोंचने और जंगली जानवरों के मांस (Bushmeat) को खाने के वजह से यह बीमारी इंसानों में प्रवेश कर जाती है.
क्या है मंकीपॉक्स बीमारी का लक्षण
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक, बीमारी अक्सर फ्लू जैसे लक्षणों जैसे बुखार, मांसपेशियों में दर्द एवं सूजन लिम्फ नोड्स से शुरू होती है. इससे पहले चेहरे एवं शरीर पर चिकन पॉक्स जैसे दाने हो जाते हैं.
यह वायरस कैसे फैल सकता है?
सीडीसी के अनुसार यह रोग किसी संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक तरल पदार्थ या घावों या फिर शेयर किए गए वस्तु के संपर्क में आने से फैल सकता है. संक्रमित व्यक्ति के आसपास रहने से हवा के माध्यम से भी मंकीपॉक्स वायरस का संक्रमण फैल सकता है. सीडीसी के मुताबिक, इंसानों से इंसानों में मंकीपॉक्स वायरस का संक्रमण लंबे समय तक आमने-सामने रहने पर भी फैल सकता है.
इस वायरस से कैसे बचें
यदि किसी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके संपर्क में न आएं. साथ ही उसके उपयोग किए गए किसी भी समान का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. इसके अतिरिक्त ऐसे किसी भी केस की जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग से तुरंत संपर्क करें.
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