तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) को कैश-फॉर-क्वेरी मामले में संसद से निष्कासित कर दिया गया है. उन रिश्वत लेकर सवाल पूछने को लेकर यह कार्रवाई की गयी है. लोकसभा में महुआ तृणमूल कांग्रेस की एक बड़ी नेता थी.
इस सम्बन्ध में लोकसभा आचार समिति (Lok Sabha Ethics Committee) ने मोइत्रा को सदन से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए एक रिपोर्ट सौंपी है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने निष्कासन का प्रस्ताव पेश किया था.
#WATCH | Cash for query matter | TMC's Mahua Moitra expelled as a Member of the Lok Sabha; House adjourned till 11th December.
— ANI (@ANI) December 8, 2023
Speaker Om Birla says, "...This House accepts the conclusions of the Committee that MP Mahua Moitra's conduct was immoral and indecent as an MP. So, it… pic.twitter.com/mUTKqPVQsG
संसद सदस्यता क्यों हुई रद्द?
इस साल अक्टूबर में, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहराद्रई की शिकायत के आधार पर मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि कृष्णानगर के सांसद और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से नकदी और उपहार के बदले में संसद में सवाल पूछे गए थे.
500 पन्नों की रिपोर्ट हुई थी पेश:
इससे पहले दिन में, एक नैतिकता पैनल की रिपोर्ट जिसमें मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश की गई थी, सदन में पेश की गई थी. विपक्षी सांसदों ने लगभग 500 पन्नों की रिपोर्ट पर बहस करने से पहले उसका अध्ययन करने के लिए और समय मांगा था, लेकिन स्पीकर इस पर सहमत नहीं हुए.
मोइत्रा ने शेयर किया था लॉगिन आईडी और पासवर्ड:
एथिक्स कमेटी को दिए एक हलफनामे में हीरानंदानी ने दावा किय अता कि मोइत्रा ने उनके साथ अपनी संसद लॉगिन आईडी और पासवर्ड शेयर किया था, ताकि वह आवश्यकता पड़ने पर संसद में पूछे जाने के लिए उनकी ओर से सीधे "प्रश्न पोस्ट" कर सकें.
VIDEO | "I am 49 years old, I will fight you for the next 30 years inside Parliament, outside Parliament," says TMC leader @MahuaMoitra after Lok Sabha expelled her from the House, adopting Ethics Committee recommendation in 'cash-for-query' matter.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 8, 2023
Earlier, Opposition members… pic.twitter.com/xprZDxKIW2
इस फैसले पर मोइत्रा ने क्या कहा?
इस फैसले पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस ने कई बार यह आग्रह किया कि महुआ मोइत्रा को सदन में उनका पक्ष रखने का मौका दिया जाये. हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसकी इजाजत नहीं दी. महुआ ने कहा कि एथिक्स कमेटी के पास निष्कासन का कोई अधिकार नहीं है. यह आपके अन्त की शुरुआत है.
एथिक्स कमेटी ने क्या रिपोर्ट सौंपी:
भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली एथिक्स कमेटी ने गत नौ नवंबर को कैश-फॉर-क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा को सदन से निष्कासित करने वाली रिपोर्ट को स्वीकार किया था जिसकी रिपोर्ट के आधार पर यह निष्कासन किया गया है. समिति के छह सदस्यों ने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया था. वहीं समिति के चार विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट पर असहमति जताई थी.
#WATCH | "The Ethics Committee has no power to expel....This is the beginning of your(BJP) end," says Mahua Moitra after her expulsion as TMC MP. pic.twitter.com/WZsnqiucoE
— ANI (@ANI) December 8, 2023
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