World Tsunami Awareness Day 2021: विश्व सुनामी जागरूकता दिवस (World Tsunami Awareness Day) हर साल 5 नवंबर (5 November) को मनाया जाता है. यह दिवस इस उद्देश्य से मनाया जाता है कि भविष्य में आने वाली आपदाओं को लेकर हम तैयारी कर सकें ताकि ज्यादा से ज्यादा जिंदगियां बचाई जा सकें. यह दिवस सुनामी के बारे में जागरूकता के प्रचार-प्रसार को बढ़ाने के लिए मनाया जाता है.
सुनामी दिवस के दिन सभी को सुनामी से होने वाले खतरों और बचाओ के बारे में बताया जाता है. इस दिन प्राकृतिक आपदा सुनामी के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है और ऐसे स्थिति से निपटने के बारे में जानकारी दिया जाता है. विश्व में ऐसे कई देश हैं जो हर साल सुनामी की मार झेलते हैं.
पहला विश्व सुनामी जागरूकता दिवस
पहला विश्व सुनामी जागरूकता दिवस 05 नवंबर 2016 को पुरे विश्वभर में मनाया गया था. साल 2016 का पहला विश्व सुनामी जागरूकता दिवस का विषय: प्रभावी शिक्षा और निकासी ड्रिल था. यह जागरूकता दिवस आपदा जोखिम न्यूनीकरण साल 2016 के एशियाई मंत्रिस्तरीय सम्मेलन तथा संयुक्त राष्ट्र के आपदा जोखिम न्यूनीकरण के आपसी सहयोग से नई दिल्ली में आयोजित किया गया था.
सुनामी क्या है: जानें एक नजर में
सुनामी भी बंदरगाह लहरों कहा जाता है क्योंकि वे तटीय क्षेत्रों और बंदरगाहों में अधिकतम नुकसान का कारण बनते जा रही है. ये सैकड़ों किलोमीटर चौड़ाई वाली लहरें होती हैं. इनकी गति 420 किलोमीटर प्रति घंटा तक और ऊँचाई 10 से 18 मीटर तक हो सकती है. अक्सर समुद्री भूकम्पों की वजह से ये तूफान पैदा होते हैं. विशेषज्ञों का कहना है की सुनामी की गति उतनी होती है जिस गति से एक हवाई जहाज उड़ता है.
विश्व सुनामी जागरूकता दिवस: जागरूकता
प्राकृतिक आपदाओं को लेकर लोगों को जागरूक एवं शिक्षित करने की जरूरत है. इससे आपदाएं आने पर बड़ी संख्या में जिंदगियां बचाई जा सकती हैं. साथ ही बड़ी संख्या में संपत्ति की भी रक्षा होगी. लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना चाहिए कि प्राकृतिक आपदा आने पर शुरुआती कदम क्या उठानी चाहिए.
इस दिवस का महत्व
संयुक्त राष्ट्र देशों, अंतर्राष्ट्रीय निकायों से जागरूकता बढ़ाने और जोखिम कम करने हेतु नवीन दृष्टिकोण साझा करने के लिए दिवस मनाने का आह्वान करता है. साल 2030 के अंत तक, तटीय क्षेत्रों में रहने वाली विश्व जनसंख्या का लगभग 50 प्रतिशत तूफान, सुनामी और बाढ़ के संपर्क में आने वाला है.
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की 50 प्रतिशत आबादी तटीय क्षेत्रों में रहने का अनुमान है, जो तूफान, सूनामी और बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित हैं. सुनामी से जुड़े जोखिमों के बारे में सभी को शिक्षित करना और एक लचीली आबादी के निर्माण के लिए प्रभावों को कम करने के लिए नीतियों और रणनीतियों की योजना बनाना अहम है.
विश्व सुनामी जागरूकता दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने दिसंबर 2015 से में हर साल 05 नवंबर को विश्व सुनामी जागरूकता दिवस की घोषणा की. इसको लेकर दुनिया के कई देश एक साथ आए और यूएन से मांग की, जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने विश्व सुनामी जागरूकता दिवस की घोषणा की.
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