विश्व की पहली हाइड्रोजन संचालित ट्रेन का सितंबर 2016 में जर्मनी में उद्घाटन किया गया.
द कोराडिया आईलिंट नामक इस ट्रेन को फ्रेंच रेल कंपनी ऑलस्टोम द्वारा बनाया गया है जो केवल भाप एवं पानी ही उत्सर्जित करती है.
द कोराडिया आईलिंट
• यह हाइड्रोजन ईंधन टैंक से चलता है जो इसकी छत पर लगाया गया है. ट्रेन को चलाने के लिए मिलने वाली हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन हवा से प्राप्त होता है जिसे बाद में इलेक्ट्रिक पावर में परिवर्तित करके ट्रेन चलाई जाती है.
• इसमें लिथियम बैटरी लगाई गयी हैं जिसमें ट्रेन को दी जाने वाली उर्जा स्टोर की जाती है.
• यह ट्रेन पूरी तरह कार्बन फ्री है तथा 4000 डीज़ल ट्रेनों की तुलना में पर्यावरण की दृष्टि से बेहतर हैं.
• इसमें एक बार स्टोर की गयी उर्जा से 800 किलोमीटर तक यात्रा की जा सकती है, इसकी अधिकतम गति 87 मील प्रति घंटा है.
• इस ट्रेन की टेस्टिंग 2016 के अंत में आरंभ हो जायेगा. यदि यह टेस्ट सफल रहा तो दिसंबर 2017 से इसे जनता के लिए उपलब्ध कराया जायेगा.
ऑलस्टोम
• यह रेल परिवहन से सम्बंधित फ्रेंच बहुराष्ट्रीय कम्पनी है.
• यह यात्री परिवहन, सिग्नल, लोकोमोटिव इंजन, एजीवी, टीजीवी, यूरोस्टार, तीव्र गति की रेल आदि बनाने वाली कम्पनी है.
• इसकी स्थापना वर्ष 1928 में कोम्पगिन फ्रांसेस थॉमसन एवं सोसाइटी एलसेसिन डी कंस्ट्रक्शन्स मेकेनिक्स के विलय के परिणामस्वरूप हुई.
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