अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन) ने मैकडोवेल मोहन बागान क्लब को आई लीग से दो वर्ष (2014) तक के लिए निलंबित कर दिया. आई लीग की कोर समिति ने यह निर्णय न्यायमूर्ति एके गांगुली की जांच रिपोर्ट के बाद 29 दिसंबर 2012 को लिया. इसका कारण मोहन बागान द्वारा किंगफिशर ईस्ट बंगाल के साथ मैच के दूसरे हाफ में सुरक्षा कारणों से मैदान पर उतरने से इंकार करना रहा. यह मैच साल्ट लेक स्टेडियम में 9 दिसंबर 2012 को खेला गया था.
न्यायमूर्ति एके गांगुली की रिपोर्ट के अनुसार 9 दिसंबर 2012 को खेले गए मैच के हाफटाइम के बाद मैदान पर नहीं उतरने का मोहन बागान का निर्णय सही नहीं था. उसने आई लीग के नियम 22 का उल्लंघन किया है. नियम 22 (सी) के तहत क्लब के आई लीग के 2012-13 सत्र के सारे मैच रद्द माने जाएंगे. सभी पॉइंट्स, किए गए गोल और उसके खिलाफ हुए गोल मान्य नहीं होंगे. क्लब अगले दो आई लीग सत्र भी नहीं खेल सकेगा. आई लीग की ओर से मिले किसी भी तरह के वित्तीय भत्ते उसे लौटाने होंगे.
विदित हो कि मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के मध्य 9 दिसंबर 2012 को खेले गए मैच से सम्बंधित घटना की जांच हेतु न्यायमूर्ति एके गांगुली की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन) ने मैकडोवेल मोहन बागान क्लब को आई लीग से दो वर्ष (2014) तक के लिए निलंबित कर दिया. आई लीग की कोर समिति ने यह निर्णय न्यायमूर्ति एके गांगुली की जांच रिपोर्ट के बाद 29 दिसंबर 2012 को लिया. इसका कारण मोहन बागान द्वारा किंगफिशर ईस्ट बंगाल के साथ मैच के दूसरे हाफ में सुरक्षा कारणों से मैदान पर उतरने से इंकार करना रहा. यह मैच साल्ट लेक स्टेडियम में 9 दिसंबर 2012 को खेला गया था.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन) ने मैकडोवेल मोहन बागान क्लब को आई लीग से दो वर्ष (2014) तक के लिए निलंबित कर दिया. आई लीग की कोर समिति ने यह निर्णय न्यायमूर्ति एके गांगुली की जांच रिपोर्ट के बाद 29 दिसंबर 2012 को लिया. इसका कारण मोहन बागान द्वारा किंगफिशर ईस्ट बंगाल के साथ मैच के दूसरे हाफ में सुरक्षा कारणों से मैदान पर उतरने से इंकार करना रहा. यह मैच साल्ट लेक स्टेडियम में 9 दिसंबर 2012 को खेला गया था.
न्यायमूर्ति एके गांगुली की रिपोर्ट के अनुसार 9 दिसंबर 2012 को खेले गए मैच के हाफटाइम के बाद मैदान पर नहीं उतरने का मोहन बागान का निर्णय सही नहीं था. उसने आई लीग के नियम 22 का उल्लंघन किया है. नियम 22 (सी) के तहत क्लब के आई लीग के 2012-13 सत्र के सारे मैच रद्द माने जाएंगे. सभी पॉइंट्स, किए गए गोल और उसके खिलाफ हुए गोल मान्य नहीं होंगे. क्लब अगले दो आई लीग सत्र भी नहीं खेल सकेगा. आई लीग की ओर से मिले किसी भी तरह के वित्तीय भत्ते उसे लौटाने होंगे.
विदित हो कि मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के मध्य 9 दिसंबर 2012 को खेले गए मैच से सम्बंधित घटना की जांच हेतु न्यायमूर्ति एके गांगुली की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था.
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