• दाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर छः क्रिकेट विश्व कप खेलने वाले विश्व के दूसरे खिलाड़ी बने. पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के जावेद मियांदाद के नाम दर्ज था.
• भारत के हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह विश्व कप के किसी मैच में 50 रन और 5 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बने.
• सचिन तेंदुलकर क्रिकेट विश्व कप इतिहास में 2000 रनों का आंकड़ा छूने वाले पहले खिलाड़ी बने. विश्व कप 2011 के फाइनल मैच तक उनके नाम 2278 रन दर्ज है.
• क्रिकेट विश्व कप इतिहास में सर्वाधिक छः शतक और सर्वाधिक 15 अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम हुआ.
• विश्व कप के एक मैच में दोनों टीमों द्वारा संयुक्त रूप से सर्वाधिक रन बनने का रिकॉर्ड भारत-इंग्लैंड मैच के नाम दर्ज हुआ, जहां 18 विकेट के नुकसान पर 676 रन बने.
• क्रिकेट विश्व कप में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड आयरलैंड ने लीग चरण में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया (इंग्लैंड के 327 रन के मुकाबले 329 रन).
• आयरलैंड के केविन ओ ब्रायन ने इंग्लैंड के खिलाफ 50 गेंदों में शतक बनाकर विश्व कप के इतिहास में सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया. इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन के नाम दर्ज था जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2007 के क्रिकेट विश्व कप में 66 गेंदों पर शतक जड़ा था.
• विश्व कप इतिहास में किसी भी मेजबान देश द्वारा बनाया गया न्यूनतम स्कोर बांग्लादेश के नाम रहा. वेस्टइंडीज के खिलाफ बांग्लादेश क्रिकेट विश्व कप 2011 में अपने न्यूनतम स्कोर 58 रन पर आउट हो गई. यह क्रिकेट विश्व कप इतिहास में किसी टीम द्वारा एक मैच में बनाया गया चौथा न्यूनतम स्कोर है. क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में एक मैच में सबसे कम स्कोर बनाने वाली टीम कनाडा (36 रन) की है.
• पाकिस्तान से क्रिकेट विश्व कप 2011 के लीग चरण में हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया का विश्व कप इतिहास में लगातार जीत का सिलसिला 34 जीत पर रुक गया. ज्ञातव्य हो कि इससे पहले भी पाकिस्तान ने ही ऑस्ट्रेलिया को वर्ष 1999 के क्रिकेट विश्व कप के लीग चरण में हराया था.
• श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसित मलिंगा केन्या के खिलाफ हैट्रिक विकेट लेकर क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में दो बार हैट्रिक विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बने. इससे पहले लसित मलिंगा ने 2007 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार चार गेंदों पर चार विकेट लिए थे.
• क्रिकेट विश्व कप फाइनल में यह पहला मौका था जब दो एशियाई टीमें (भारत और श्रीलंका) खिताब के लिए आमने-सामने थी.
• क्रिकेट विश्व कप 2011 के फाइनल मैच में टॉस के लिए सिक्का को दो बार उछाला गया. विश्व कप में यह पहला मौका था जब मैच में दोबार टॉस हुआ.
• विश्व कप 2011 के फाइनल में भारत द्वारा 275 रनों का पीछा कर जीत दर्ज करना अब तक के विश्व कप फाइनल इतिहास में किसी टीम द्वारा बाद में बल्लेबाजी करते हुए सबसे बड़ी जीत है.
• विश्व कप 2011 की विजेता टीम भारत ने पूर्व की सभी विश्व कप विजेता टीमों को हराया. क्रिकेट विश्व कप इतिहास में यह पहली बार हुआ कि विजेता टीम ने लीग से लेकर फाइनल तक के किसी भी चरण में पूर्व की सभी विजेता टीमों को हराया.
• विश्व कप इतिहास में सर्वाधिक आठ बार मैन ऑफ द मैच का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम रहा.
• ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट अंपायर स्टीव डेविस ने विश्व कप के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 एकदिवसीय मैचों में अंपायरिंग करके रिकार्ड बनाया. स्टीव डेविस ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले विश्व के 14वें अंपायर बन गए.
• विश्व कप इतिहास में यह पहली बार हुआ कि मेजबान टीम अपने देश में खेलते हुए क्रिकेट विश्व कप का विजेता बनी.
• क्रिकेट विश्व कप फाइनल के इतिहास में यह तीसरी बार हुआ जब बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती. पहली बार 1996 में श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराया था, जबकि दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 1999 में आठ विकेट से हराया था.
• क्रिकेट विश्व कप फाइनल के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि किसी खिलाड़ी (महेला जयवर्धने का विश्व कप 2011 के फाइनल में शतक) द्वारा शतक लगाने वाली टीम हार गई. इससे पहले क्लाईव लॉयड (102 रन, 1975), विवियन रिचर्ड्स (138 रन, 1979), अरविन्द डिसिल्वा (107 रन, 1996), रिकी पोंटिंग (140 रन, 2003) और एडम गिलक्रिस्ट ( 149 रन, 2007) ने अपनी टीम के लिए विश्व कप फाइनल में शतक बनाया था और जीते थे.
• भारत और इंग्लैंड के बीच क्रिकेट विश्व कप 2011 के दौरान बंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में 27 फरवरी 2011 को खेला गया एकदिवसीय मैच ड्रा रहा. भारतीय क्रिकेट टीम 338 रन बनाकर ऑल आउट हो गई, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने कुल 50 ओवर में 8 विकेट पर 338 रन बनाए. क्रिकेट विश्व कप इतिहास में ड्रा होने वाली यह चौथी मैच बनी.
• सचिन तेंदुलकर ने आईसीसी विश्व कप 2011 के क्वार्टर फ़ाइनल मैच में पारी के 14वें ओवर में ब्रेट ली की गेंद पर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना 18000वां रन बनाया. सचिन का यह 451वां मैच था.
• पाकिस्तान, भारत और श्रीलंका की टीमें क्रिकेट विश्व कप 2011 के सेमीफाइनल में जगह बनायीं. इनके अलावा न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल में जगह बनाई. यानी यह पहली बार हुआ कि क्रिकेट विश्व कप 2011 के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली तीन टीमें एशियाई हैं.
• श्रीलंका द्वारा विश्व कप 2011 के क्वाटर फाइनल में इंग्लैंड के विरुद्ध बिना कोई विकेट गंवाए 231 रन बनाकर जीता गया मैच क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए बिना कोई विकेट खोए हासिल की गई सबसे बड़ी जीत है.
• क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में पहले विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान और उपुल थरंगा के नाम बना, जिन्होंने क्रिकेट विश्व कप 2011 में ही जिंबॉब्वे के खिलाफ 282 रन बनाए.
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