इनफ़ोसिस आरई-100 अक्षय ऊर्जा अभियान में शामिल होने वाली पहली भारतीय कंपनी है. क्लाइमेट ग्रुप ने 18 मई 2015 को यह घोषणा की.
आरई-100 उन कम्पनियों का एक वैश्विक मंच है जो 100 प्रतिशत अक्षय उर्जा के लिए प्रतिबद्ध हैं.
इसके साथ ही इनफ़ोसिस विश्व की उन चुनिन्दा कंपनियों में शामिल हो गयी है जिन्होंने अक्षय उर्जा को अपनाने हेतु सराहनीय कदम उठाये हैं. इनमें आईकेईए, स्विस रे, बीटी, फ़ॉर्मूला ई, एच एंड एम, केपीएन, मार्स, नेस्ले, फिलिप्स प्रमुख रूप से शामिल हैं.
कंपनी ने अपनी प्रति व्यक्ति बिजली खपत कम करके 50 प्रतिशत कर दी है तथा कंपनी का लक्ष्य वर्ष 2018 तक अपने ऊर्जा स्रोतों को 100 प्रतिशत अक्षय उर्जा माध्यम से हासिल करना है.
वर्ष 2015 के दौरान इनफ़ोसिस ने अपनी उर्जा आवश्यकताओं का 29 प्रतिशत (लगभग 72.8 मिलियन यूनिट) अक्षय उर्जा द्वारा हासिल किया. इसी अवधि के दौरान इनफ़ोसिस ने 2,911 मेगावाट से अधिक बिजली सोलर एनर्जी द्वारा प्राप्त की.
इस अभियान में अभी तक 17 कंपिनया जुड़ चुकी हैं तथा उन्होंने 100 प्रतिशत अक्षय उर्जा का प्रयोग करने की प्रतिबद्धता दोहराई है जिनमें संस्थापक सदस्य आईकेईए तथा स्विस रे भी शामिल हैं. भारत में इस अभियान के आरंभ होने पर यह आशा की जा रही है कि अन्य कंपनियां भी इसमें भाग लेंगी तथा अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगी.
आरई-100 एक वैश्विक अभियान है जिसके तहत विभिन्न कंपनियों को 100 प्रतिशत अक्षय उर्जा स्रोतों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इसका उद्देश्य एक निश्चित समयावधि में विश्व की प्रमुख 100 कम्पनियों को 100 प्रतिशत अक्षय उर्जा निर्भर बनाना है. आरई-100 का आरंभ 22 सितम्बर 2014 को न्यूयॉर्क जलवायु सप्ताह (न्यूयॉर्क) के दौरान किया गया.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App


Comments
All Comments (0)
Join the conversation