एशियाई विकास बैंक ने रिलायंस पावर को 10.3 करोड़ डॉलर का कर्ज देने की घोषणा की. एशियाई विकास बैंक ने यह कर्ज रिलायंस पावर को राजस्थान के जैसलमेर जिले में 100 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण हेतु देने का निर्णय किया. एशियाई विकास बैंक के महानिदेशक (क्षेत्रीय व सतत विकास विभाग) एस. चंदर ने रिलायंस पावर सौर परियोजना के वित्त पोषण की जानकारी 24 अप्रैल 2012 को दी.
ज्ञातव्य हो कि राजस्थान के जैसलमेर जिले में 100 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना न केवल भारत में बल्कि एशिया में सबसे बड़ी सौर परियोजना है. 41.5 करोड़ डॉलर की इस परियोजना का मई 2013 में पूरी होने की संभावना है. एशियाई विकास बैंक के अलावा अन्य एजेंसियां और स्थानीय वित्तीय संस्थान परियोजना को वित्त सुविधा उपलब्ध कराएंगे.
ज्ञातव्य हो कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन का वर्ष 2022 तक सौर ऊर्जा से 20,000 मेगावाट बिजली प्राप्त करने का लक्ष्य है. यह मिशन जनवरी 2010 में शुरू हुआ था. मिशन के लक्ष्य को तीन चरण में पूरा किया जाना है. इसके तहत वर्ष 2013 तक 2,000 मेगावाट, वर्ष 2017 तक 10,000 मेगावाट और 2022 तक 20,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य है.
जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन के पहले चरण के तहत रिलायंस पावर ने 470 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता विकास करने के लिए सफल बोली लगाई थी. रिलायंस पावर का यह सौर संयंत्र राजस्थान के जैसलमेर जिले के धुरसर गांव में स्थित है.
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