प्रधानमंत्री और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद कर्नाटक ने कावेरी नदी का जल तमिलनाडु के लिए 30 सितंबर 2012 से छोडऩा शुरू कर दिया. तमिलनाडु को प्रतिदिन 9000 क्यूसेक पानी देना तय हुआ है. कर्नाटक को 15 अक्टूबर 2012 तक तमिलनाडु को 9000 क्यूसेक पानी प्रतिदिन देना है.
क्या है मामला?
कावेरी नदी प्राधिकरण (सीआरए) ने कर्नाटक सरकार को 20 सितंबर 2012 से 15 अक्टूबर 2012 तक हर दिन 9 हजार क्यूसेक पानी छोडऩे का निर्देश दिया था. लेकिन राज्य सरकार लगातार इस आदेश की अवहेलना कर रही थी. इसके बाद 29 सितंबर 2012 को सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को तमिलनाडु के लिए पानी छोडऩे का आदेश दिया.
कावेरी नदी
कावेरी नदी भारत की एक अंतर्राज्यीय नदी है. कर्नाटक और तमिलनाडु कावेरी घाटी में पड़ने वाले प्रमुख राज्य हैं. कावेरी घाटी का एक भाग केरल में भी है और समुद्र में मिलने से पहले कावेरी नदी कराइकाल से होकर गुजरती है जो पांडिचेरी का भाग है. कावेरी नदी के जल के बंटवारे को लेकर राज्यों में विवाद है.
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