केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने नई दिल्ली में सेवा सम्मेलन-2013 का उद्घाटन 12 नवम्बर 2013 को किया.
भारत का सेवा क्षेत्र, जीडीपी का लगभग 60 प्रतिशत, रोजगार का 35 प्रतिशत, कुल व्यापार का एक चौथाई और विदेशी निवेश निधि का आधे से अधिक योगदान देता है. लेकिन वैश्विक बाजार में सेवाओं के निर्यात के चार खरब अमेरिकी डॉलर में, भारत की हिस्सेदारी काफी कम है. यह 227 अरब अमेरिकी डॉलर है.
सेवा सम्मेलन-2013 से संबंधित मुख्य तथ्य
• इस सम्मेलन में आर्थिक वृद्धि और निरंतर विकास के लिए सेवा व्यापार एक आवश्यक घटक है और रोजगार के सृजन में महत्त्वपूर्ण योगदान पर चर्चा की गई.
• सम्मेलन के दौरान आनंद शर्मा ने कहा कि इस तरफ गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है कि सेवा क्षेत्र में कैसे वृद्धि की जा सकती है जो भारत के समावेशी और निरंतर विकास के आर्थिक दर्शन से जुड़ी है.
• इसके साथ ही सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय निर्माण प्रतिस्पर्धात्मकता परिषद की तर्ज पर सेवा प्रतिस्पर्धात्मकता परिषद बनाने की जरूरत पर जोर दिया गया.

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