थॉमसन रॉयटर के जीएफएमएस टीम ने 17 अक्टूबर 2015 को गोल्ड सर्वे क्यू 32015 रिव्यू एंड आउटलुक जारी किया. सर्वे के अनुसार भारत ने साल 2015 के पहले नौ महीनों में चीन को पीछे छोड़ते हुए एक बार फिर से सोने के सबसे बड़े उपभोक्ता का स्थान हासिल कर लिया है.
इस अवधि में भारत ने कुल 642 टन सोने की खपत की जबकि चीन वर्ष के पहले नौ महीनों में 642 टन सोने की खपत के साथ भारत से सिर्फ 63 टन पीछे है.
भारत के संदर्भ में सर्वे की मुख्य बातें–
इसके अनुसार भारत में गहनों की खपत में 5 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई है, 2015 के तीसरे तिमाही में अनुमानित 193 टन है, जो 2011 के पहले तिमाही से अब तक का सबसे उच्च तिमाही खपत है. साल 2008 के बाद से तीसरे तिमाही की खपत अब तक का तीसरे तिमाही का सर्वोच्च मांग भी है.
खुदरा निवेश में सालाना 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 55 टन पर पहुंच गया, 2013 के चौथे तिमाही के बाद से यह सर्वोच्च निवेश है.
तीसरे तिमाही में खपत में बढ़ोतरी, अगस्त 2011 के बाद से सोने की सबसे कम स्थानीय कीमतों की वजह बना.
तीसरे तिमाही में भारत का कुल आधिकारिक सोने का आयात 23 फीसदी से बढ़कर 263 टन हो गया, जो चालू वर्ष में आज तक सबसे उच्च तिमाही मात्रा है.
चीन के संदर्भ में सर्वे की मुख्य विशेषताएं
चीन के संदर्भ में सर्वे का कहना है कि 2015 के दूसरे तिमाही में सोने की मांग में कमी के बाद तीसरे तिमाही में मांग में बढ़ोतरी हुई. साल 2011 के बाद से दूसरे तिमाही में सोने की मांग सबसे कम दर्ज की गई.
इस अवधि के लिए सोने की कुल मांग 196 टन रही तथा सालाना 3 फीसदी का सुधार दर्ज हुआ.
तीसरे तिमाही में मांग में सुधार की वजह – इक्विटी बाजारों में वैकल्पिक निवेश के तौर पर सोने की तरफ बढ़ता आकर्षण आदि रहे.
कीमती धातु की मांग, गहनों और निवेश दोनों ही रुपों में जुलाई 2015 के मध्य में सोने की कीमतों के 1100 अमेरिकी डॉलर से कम होने के तुरंत बाद बढ़ गई. अगस्त 2015 में चीन में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है और सितंबर 2015 में शरद ऋतु महोत्सव की वजह से सोने के मौसमी मांग में बढ़ोतरी में भी मदद मिली.
11 अगस्त 2015 को युआन के मूल्यह्रास की आधिकारिक घोषणा भी सोने के मांग में बढ़ोतरी की एक वजह थी.
वैश्विक खान उत्पादन के संदर्भ में सर्वे का कहना है कि तीसरे तिमाही में उत्पादन सपाट बना रहा, प्रावधिक 851 टन के उत्पादन अनुमान के साथ इसमें सालाना एक फीसदी से भी कम का उछाल आया.
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