जापान और दक्षिण कोरिया के बीच द्वितीय विश्व युद्ध के समय से चल रहा ‘कम्फर्ट वीमेन’ विवाद 28 दिसंबर 2015 को समाप्त हो गया.
द्वितीय विश्व युद्ध के समय जापानी सैनिकों द्वारा दो लाख से अधिक महिलाओं को सेक्स स्लेव बना कर रखा गया था, जिस पर जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने माफी मांगी.
उस दौर की अभी भी 46 महिलाएं कोरिया में जीवित हैं. उनके लिए जापान ने एक अरब येन (करीब 55 करोड़ रुपए) की मदद की पेशकश की है. गौरतलब है कि जापान ने 1910-45 तक कोरिया को अपना उपनिवेश बनाकर रखा था.
कम्फर्ट वीमेन विवाद
• जापानी सैनिकों ने जिन महिलाओं को सेक्स स्लेव बनाया था, उनमें अधिकतर कोरियाई थीं.
• बाकी महिलाएं चीन, फिलीपींस, इंडोनेशिया और ताइवान की थीं.
• इस दौरान यह भी दावा किया गया कि युद्ध के समय के मानवाधिकारों के मुद्दे को पृथक रूप से सुलझाया जाना चाहिए.
• अब तक दक्षिण कोरिया की 238 पीड़ित महिलाएं इस मुद्दे के तहत पंजीकरण करा चुकी हैं.
• “कम्फर्ट वीमेन” शब्द जापानी शब्द “इयानफु” का अनुवाद है जिसका संज्ञात्मक अर्थ वेश्या है.
• इस मुद्दे को लेकर दक्षिण कोरिया और जापान के बीच तनाव था, जो अब समाप्त हो गया है.
जापान के विदेश मंत्री फुमोई किशिदा ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष युन बयुंग-से के साथ एक बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिंजो आबे के बयान को पढ़ा. इसमें उन्होंने मानसिक और शारीरिक तौर पर यातना झेल चुके लोगों से माफी मांगी.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App
Comments
All Comments (0)
Join the conversation