नागर विमानन मंत्री अजीत सिंह ने एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक को कम्पैनियन फ्री स्कीम पर तुरंत रोक लगाने का आदेश 8 मई 2013 को दिया. अनियमितताओं को देखते हुए यह कदम उठाए गए हैं. एयर इंडिया के सतर्कता विभाग ने अक्तूबर 2011 से अप्रैल 2012 के मध्य दिल्ली हवाई अड्डे पर जारी किए गए टिकटों से संबंधित कम्पैनियन फ्री स्कीम (सीएफएस) के आंकड़ों को जांचा तो उन्हें कई अनियमितताओं का पता चला. दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-III पर जारी किए गए 332 टिकटों में 196 टिकटों में अनियमितताएं पाई गईं. यह अनियमितताएं निम्नलिखित हैं:
• कम्पैनियन फ्री टिकट किसी टिकट के साथ जारी किया जाना चाहिए - लेकिन कई कम्पैनियन फ्री टिकट स्वतंत्र रूप से जारी की गई.
• टिकटों के साथ कम्पैनियन फ्री टिकटों को खरीदने के बाद मूल टिकटों को बेच दिया गया.
• घरेलू कम्पैनियन फ्री टिकट किसी यात्री के पति/पत्नी, बेटा/बेटी या माता/पिता को ही बेचा जा सकता है. लेकिन कई टिकटें दूसरों को बेची गई.
• मूल टिकट के साथ यात्रा करने वाले यात्री और कम्पैनियन फ्री टिकट के साथ यात्रा करने वाले यात्री कई बार अलग-अलग यात्रा करते हुए पाए गए.
• मूल टिकट और कम्पैनियन फ्री टिकट कई बार अलग-अलग क्षेत्रों के लिए बेची गई.
चण्डीगढ़ में बेचे गए कम्पैनियन फ्री टिकटों में भी ऐसी अनियमितताएं पाई गईं. वहां बेची गई 435 टिकटों की जांच की गई. दिल्ली में बेचे गए कम्पैनियन फ्री टिकटों की जांच करने पर राजेश शर्मा का नाम बार-बार एजेंट कोड के रूप में सामने आया. उन्होंने ऐसी 130 टिकटें दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-III से जारी की थीं. राजेश शर्मा ट्रैफिक सहायक के पद पर काम करते हैं. उनके खिलाफ एयरपोर्ट प्रबंधक ने एफआईआर दर्ज की और राजेश शर्मा को निलंबित किया गया है. सतर्कता विभाग ने एयर इंडिया के कमर्शियल विभाग से सिफारिश की है कि देश-भर में कम्पैनियन फ्री स्कीम के अंतर्गत जो टिकटें बेची जाती हैं उन सभी की जांच की जाए और दोषी पाए गए कर्मचारियों के विरूद्ध उचित कार्यवाही की जाए.
कम्पैनियन फ्री स्कीम
कम्पैनियन फ्री स्कीम में कोई भी यात्री जब बिज़नेस क्लास या इकॉनामी क्लास का एक पूरा टिकट खरीदता है, तो उसे एक साथी के लिए एक टिकट मुफ्त मिलता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation