नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित 18वां सार्क शिखर सम्मेलन 27 नवंबर 2014 को संपन्न हो गया. इस दो दिवसीय सम्मेलन में काठमांडू घोषणा पत्र जारी किया गया और सार्क ऊर्जा सहयोग ढांचागत समझौते पर हस्ताक्षर किये गये.
शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं ने ऊर्जा सहयोग के सार्क ऊर्जा सहयोग समझौते, सार्क क्षेत्रीय रेलवे समझौते और सार्क मोटर वाहन समझौते पर हस्ताक्षर किए. सार्क के आठ सदस्य देशों के नेताओं ने आर्थिक एकीकरण आदि मुद्दों पर विचार विमर्श किया. नेपाल द्वारा प्रस्तुत किया गया सार्क ऊर्जा सहयोग ढांचागत समझौते का उद्देश्य दक्षिण एशियाई क्षेत्र में एकीकरण बिजली नेटवर्क के निर्माण को तेज़ करना और सदस्य देशों के बीच बिजली आपूर्ति को साकार करना है.
वर्ष 2014 के शिखर सम्मेलन का विषय ‘शांति और समृद्धि के लिए एकजुट होना’ (डीपर इंटीग्रेशन फॉर पीस एंड प्रोसपेरिटी) था. शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के बीच पूरे क्षेत्र में आसान पारगमन-परिवहन के लिए संपर्क बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया. नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने शिखर सम्मेलन की मेजबानी की.
यह शिखर सम्मेलन तीन वर्ष के अंतराल के बाद आयोजित हुआ. पिछला शिखर सम्मेलन मालदीव में वर्ष 2011 में आयोजित किया गया. 19वां सार्क शिखर सम्मेलन वर्ष 2016 में पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित होना हैं.
सार्क के बारे में
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनीतिक संगठन हैं. इसकी स्थापना 8 दिसम्बर 1985 को भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव और भूटान द्वारा मिलकर की गई थी. अप्रैल 2007 में संघ के 14वें शिखर सम्मेलन में अफ़ग़ानिस्तान इसका आठवा सदस्य बन गया. इसके अलावा इस संगठन में अमरीका, चीन, आस्ट्रेलिया, दक्षिणी कोरिया सहित कुल आठ देश और यूरोसंघ पर्यवेक्षक का दर्जा रखते हैं. सार्क के सदस्य देशों की जनसंख्या (लगभग 1.5 अरब) दुनिया की जनसंख्या का 21 प्रतिशत है. सार्क देशों का क्षेत्रफल दुनिया के क्षत्रफल का 3 प्रतिशत है.
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