प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 अक्टूबर 2014 को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते’ योजना प्रारंभ की. इस योजना का मुख्य उद्देश्य श्रम कानूनों में सुधार लाना एवं श्रम प्रक्रिया को बेहतर बनाना है. प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कर्मचारियों के लिए 'श्रम सुविधा' पोर्टल और एक नई 'लेबर इंस्पेक्शन स्कीम' को भी प्रारंभ किया. 'श्रम सुविधा' पोर्टल’ पर श्रम से जुड़े सभी कानूनों की जानकारी दी जाएगी.
प्रधानमंत्री ने ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते' योजना के प्रारंभ के साथ ही साथ 'श्रम सुविधा' पोर्टल, श्रम जांच कार्यक्रम और भविष्य निधि जमा करने वाले कर्मचारियों के लिए एक समान अकाउंट योजना की भी शुरुआत की. इसके अलावा उन्होंने अखिल भारतीय कौशल विकास प्रतियोगिता के विजेताओं की स्मारिका और वोकेशनल ट्रेनिंग के ब्रांड एंबेसडरों की एक पुस्तिका जारी की. इस मौके पर ‘एप्रेंटिस प्रोत्साहन योजना’ की भी शुरुआत की गई.
'श्रम सुविधा' पोर्टल’ से संबंधित मुख्य तथ्य
देश में कुल 44 श्रम कानून हैं जिनमें 16 केंद्र सरकार के दायरे में है. ‘श्रम सुविधा पोर्टल’ पर इन सभी कानूनों की जानकारी दी जाएगी और उद्यमी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा सकेंगे. श्रमिकों को एक आईडी नंबर भी दिया जाएगा. इसके साथ ही साथ इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना मजबूत की जाएगी और उन्हें स्मार्ट कार्ड प्रदान किया जाएगा.
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