भारत और चीन के विदेश और रक्षा मंत्रालयों के अधिकारियों ने सीमा मामलों पर नई दिल्ली में 23-24 जुलाई 2013 को तीसरी बैठक की. लद्दाख की सीमा पर चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ की वारदातें लगातार होते रहने के बावजूद दोनों देशों के अधिकारियों की यह दो दिन की बैठक काफी अहम रही.
इस बैठक में भारतीय पक्ष की अगुवाई विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव गौतम बम्बावाले ने की और उनके साथ रक्षा मंत्रालय के अलावा सेना के आला अधिकारी शामिल हुए.
बैठक के मुख्य तथ्य
• बैठक के दौरान भारतीय पक्ष ने चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ जारी रहने का मसला उठाया.
• दोनों पक्षों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बेहतर संचार और तालमेल के बारे में भी बातचीत हुई.
• बैठक में सीमा पर शांति और स्थिरता से जुड़े सभी मसलों पर बातचीत हुई.
• चीन ने वर्ष 2013 के शुरू में दोनों देशों के बीच 4 हजार किलोमीटर लंबी एलएसी पर परस्पर भरोसे को और मजबूत करने के लिए बॉर्डर डिफेंस कोऑपरेशन अग्रीमेंट का प्रस्ताव रखा था. इस प्रस्ताव के जवाब में भारत ने भी प्रस्ताव रखा जिस पर दोनों पक्षों के बीच यहां हुई बैठक में जिक्र हुआ.
विदित हो कि इस बैठक में सीमा मसले का हल या सीमा रक्षा सहयोग समझौता (बीडीसीए) के बारे में विशेष बातचीत नहीं हुई क्योंकि इन मसलों पर बातचीत के लिए अलग व्यवस्था की गई है.
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