भारत सरकार ने ब्रिटेन के खुदरा विक्रेता टेस्को को भारत के ब्राउनफिल्ड इकाई में निवेश करने की मंजूरी प्रदान की. इसके बाद टेस्को कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का 50% तक निवेश कर सकता है.
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रावधान के अनुसार एफडीआई के कुल निवेश का 50% निवेश अनिवार्य रूप से बुनियादी ढांचों जैसे गोदामों, आपूर्ती श्रृंखला और रसद को बनाने में किया जाना है.
यह ग्रीनफील्ड संपत्ति जैसे रीटेल स्टोर को बनाने में किए जाने वाले निवेश के अतिरिक्त होगा.
इससे पहले, फ्रंडएंड रीटेल स्टोर को मौजूदा भंडार के अधिग्रहण के बजाए अनिवार्य रूप से अलग से बनाए जाने का प्रावधान था. वर्तमान नीति के अनुसार, मल्टी–ब्रांड रीटेल सेक्टर में एक विदेशी निवेशक 51% तक निवेश कर सकता है, न्यूनतम निवेश 100 मिलियन डॉलर का होगा.
विश्व की तीसरी सबसे बड़ी रिटेलर कंपनी टेस्को के पास ट्रेंस्ट्स स्टार बाजार चेन के सहयोग के लिए फ्रेंचाइजी समझौता है. प्रारम्भ में, टेस्को कर्नाटक और महाराष्ट्र में दुकानें खोलेगा.
ब्राउनफील्ड निवेश
किसी मौजूदा संपत्ति या कंपनी में निवेश को ब्राउनफील्ड निवेश कहा जाता है. ग्रीनफिल्ड निवेश एफडीआई का एक प्रारूप है जिसमें मूल कंपनी किसी दूसरे देश में एक उद्यम के तौर पर नई परिचालन सुविधाओं का निर्माण करती है. नई सुविधाओं के निर्माण के अलावा ज्यादातर मूल कंपनियां दूसरे देश में नए कर्मचारियों की भर्ती कर दीर्घकालिक नौकरी भी देती हैं.
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