भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने 14 विभिन्न उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समितियों का गठन 14 फरवरी 2014 को किया. समितियों का कार्य देश के लिए संभावित पदक विजेता खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें विशेष प्रशिक्षण मुहैया कराना ताकि 2014 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में ये खिलाड़ी देश के लिए पदक जीत सकें.
यह समितियां 14 खेलों के लिए बनाई गईं हैं. इसमें शूटिंग, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, जूडो, बैडमिंटन और वुशु भी शामिल हैं.
हर समिति में 4 से 6 सदस्य होंगे जिसमें संबंधित महासंघ के अधिकारी, साई द्वारा नियुक्त कोच और खेल विशेषज्ञ होंगे. समिति फरवरी 2014 से काम करना शुरु करेगी.
समिति के मुख्य कार्य
• प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए संबंधित खेल के प्रमुख संभावित खिलाड़ियों की पहचान करना.
• इन प्रमुख संभावित खिलाड़ियों में से संभावित पद विजेताओं की पहचान करना.
• चुने गए एथलीटों के विशेष प्रशिक्षण की जरूरत की पहचान करना.
इन समितियों को राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों तक ही करना है. इन समितियों की सिफारिशों के आधार पर साई खिलाड़ियों को इन खेलों के खत्म होने तक सहयोग के साथ ही भविष्य में होने वाली प्रतियोगिता के लिए भी तैयार करेगी.
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