श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज उपुल थरंगा (102 रन) और तिलकरत्ने दिलशान (108 रन) की शतकीय पारी और पहले विकेट के लिए 231 रन की नाबाद साझेदारी की बदौलत श्रीलंका ने इंग्लैंड को दस विकेट से हराकर क्रिकेट विश्व कप 2011 के सेमीफाइनल में जगह बनाई. 26 मार्च 2011 को खेले गए इस मैच में तिलकरत्ने दिलशान को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
श्रीलंका द्वारा बिना कोई विकेट गंवाए 231 रन बनाकर जीता गया यह मैच क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए बिना कोई विकेट खोए हासिल की गई सबसे बड़ी जीत है.
उपुल थरंगा (102 रन) और तिलकरत्ने दिलशान (108 रन) के बीच 231 रन की नाबाद साझेदारी विश्व कप क्रिकेट में किसी भी विकेट की छठी सबसे बड़ी साझेदारी है. ज्ञातव्य हो कि पहले विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी दिलशान और थरंगा के नाम है, जिन्होंने क्रिकेट विश्व कप 2011 में ही जिंबॉब्वे के खिलाफ 282 रन बनाए थे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation