सर्वोच्च न्यायालय ने 21 मई 2014 को दिए अपने एक फैसले में ‘अमेरिकन सेंटर’ (कोलकाता) हमले के दो दोषियों (आफ़ताब अहमद अंसारी एवं मोहम्मद जमीलुदीन नासिर) की फांसी की सजा उम्र कैद में बदल दी. यह फैसला सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एके पटनायक व फकीर मुहम्मद इब्राहिम कलीफुल्ला की पीठ ने दी.
फांसी की सजा को उम्र कैद में बदलने के फैसले के साथ ही साथ पीठ ने यह आदेश दिया कि आफताब मरते दम तक जेल में रहेगा जबकि जमीलुद्दीन को भी बिना माफी के कम से कम तीस साल जेल में रहना होगा. न्यायालय ने दोनों को शस्त्र अधिनियम की धारा 27(3) को छोड़कर देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने सहित विभिन्न धाराओं में दोषी माना.
विदित हो कि जनवरी 2002 में कोलकाता स्थित अमेरिकन सेंटर में हुए आतंकी हमले में पांच पुलिसकर्मी मारे गए थे तथा 13 लोग घायल हुए थे. इस मामले में स्थानीय सत्र न्यायालय व कोलकाता उच्च न्यायालय ने इस हमले के आरोपी आफ़ताब अहमद अंसारी एवं मोहम्मद जमीलुदीन नासिर को फांसी की सजा सुनाई थी.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation