द्वितीय विश्व के दौरान हिरोशिमा (जापान) पर परमाणु बम गिराने वाले अमेरिकी विमान के पायलट ‘थियोडोर वान कर्क’ का 30 जुलाई 2014 को जॉर्जिया में निधन हो गया. वे 93 वर्ष के थे. कर्क वर्ष 1946 में अमेरिकी वायुसेना से सेवानिवृत्त हुए. डच के उपनाम से मशहूर कर्क, हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराने वाले ‘इनोला गे’ नामक विमान के चालक दल के अंतिम जीवित सदस्य थे.
विदित हो कि द्वितीय विश्व के दौरान 6 अगस्त 1945 को अमेरिकी वायुसेना की ‘इनोला गे’ नामक विमान ने हिरोशिमा (जापान) पर ‘लिटिल ब्यॉय’ नामक परमाणु बम गिराया. इसमें करीब एक लाख चालीस हजार लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद अमेरिका द्वारा 9 अगस्त 1945 को ‘बी-29’ नामक विमान से जापान के नागासाकी शहर पर प्लूटोनियम बम गिराया गया. इस हमले में करीब 70 हजार लोग मारे गए. इन दो घातक हमलों के बाद 15 अगस्त 1945 को जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया और इसके साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हो गया.
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