वर्तमान समय में बचत के लिए काफी विकल्प मौजूद हैं। इसमें SIP से लेकर मौजूदा मार्केट में कई निवेश एप तक विकल्प के रूप में हैं, जिसमें निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार निवेश कर सकते हैं। वहीं, इन सबके अतिरिक्त पुराने समय से बैंक भी निवेश के लिए जाना जाता रहा है, जिसमें बचत के अलग-अलग विकल्प मौजूद हैं।
इसके तहत FD और RD विकल्प भी निवेशकों द्वारा पसंद किए जाते हैं। हालांकि, अब सवाल है कि आखिर इन दोनों में क्या अंतर होता है। यदि आप इन दोनों में अंतर नहीं जानते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
क्या होती है FD
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि FD क्या होती है, तो आपको बता दें कि इसे हम Fixed Deposit के नाम से जानते हैं। यदि आपके पास एकमुश्त राशि है, जिसे आप निवेश करना चाहते हैं, तो आप इसे बैंक में पहुंच एफडी कराकर जमा कर सकते हैं। ये म्यूचल फंड्स की तरह बाजार के जोखिमों के अधीन नहीं रहती है, बल्कि इसमें आपको एक निश्चित समय पर मैच्युरिटी आने पर ब्याज समेत रकम मिलती है।
क्या होती है RD
अब हम यह जान लेते हैं कि RD क्या होती है, तो आपको बता दें कि इसे Recurring Deposit के नाम से जाना जाता है। यदि आपके पास एकमुश्त राशि नहीं है और थोड़े-थोड़े समय पर राशि जमा करना चाहते हैं, तो आप इसके लिए आरडी का विकल्प चुन सकते हैं।
FD और RD में क्या होता है अंतर
-FD में एकमुश्त राशि जमा होती है, जबकि RD में आप समय-समय पर राशि जमा कर सकते हैं।
-FD 7 दिन से लेकर 10 साल तक के लिए होती है, जबकि RD में 6 महीने से लेकर 10 साल तक के लिए निवेश किया जा सकता है।
-FD में आपको कम ब्याज मिलता है, जबकि RD में बाजार में निवेश के तहत कम अधिक ब्याज मिलता है।
-FD में आपको ब्याज मेच्युरिटी आने पर मिलता है, जबकि RD में आपको तिमाही और मासिक आधार पर ब्याज मिलता है।
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