भारत का सबसे बड़ा पुस्तक मेला कौन-सा है ? यहां जानें

भारत का सबसे बड़ा पुस्तक मेला 48वां अंतर्राष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेला (Asia का सबसे बड़ा गैर-व्यावसायिक पुस्तक मेला) 28 जनवरी से 9 फरवरी, 2025 तक बोईमेला प्रांगण, साल्ट लेक, कोलकाता में आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष की थीम देश जर्मनी होगा, जिसमें लगभग 1,000 स्टॉल, सांस्कृतिक कार्यक्रम और कोलकाता साहित्य महोत्सव शामिल होंगे।

Jan 30, 2025, 20:02 IST
भारत का सबसे बड़ा  पुस्तक मेला
भारत का सबसे बड़ा पुस्तक मेला

कोलकाता में हर साल आयोजित होने वाला अंतर्राष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेला न केवल एशिया का सबसे बड़ा गैर-व्यावसायिक पुस्तक मेला है, बल्कि यह दुनिया में सबसे अधिक दर्शकों वाला पुस्तक मेला भी है। यह मेला आमतौर पर जनवरी के अंत से फरवरी की शुरुआत तक साल्ट लेक, कोलकाता के सेंट्रल पार्क मेला ग्राउंड में आयोजित किया जाता है।

उदाहरण के लिए, इसका 48वां संस्करण 28 जनवरी से 9 फरवरी, 2025 तक होगा।

-यह मेला 20 लाख (2 मिलियन) से अधिक आगंतुकों को आकर्षित करता है और भारतीय व अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों के सैकड़ों स्टॉलों से भरा रहता है।

-यह आयोजन सांस्कृतिक विविधता को प्रोत्साहित करता है और इसमें विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रम, पुस्तक विमोचन और सांस्कृतिक गतिविधियां शामिल होती हैं।

-इस मेले का आयोजन पब्लिशर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड द्वारा किया जाता है और इसकी शुरुआत 1976 में हुई थी।

-यह मेला हर साल एक विशेष देश को थीम के रूप में चुना जाता है और 2025 में जर्मनी थीम देश होगा, जिसमें इसकी समृद्ध साहित्यिक विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा।

कोलकाता पुस्तक मेले की विशेषता

कोलकाता पुस्तक मेला अपने आकार और लोकप्रियता के लिए प्रसिद्ध है। यह दुनिया का सबसे बड़ा गैर-व्यावसायिक (नॉन-ट्रेड) पुस्तक मेला है, जो हर साल लाखों आगंतुकों को आकर्षित करता है।

-2024 के संस्करण में 29 लाख (2.9 मिलियन) लोगों ने भाग लिया, जो 2023 के 25 लाख (2.5 मिलियन) दर्शकों से अधिक था।

-यह मेला पारंपरिक व्यापार मेलों से अलग है, क्योंकि यह केवल प्रकाशकों और पेशेवरों तक सीमित नहीं है, बल्कि सभी लोगों के लिए खुला रहता है।

-यहां विभिन्न पृष्ठभूमि के लोग पुस्तकें खोजने और खरीदने आते हैं।

-यह मेला 12 दिनों तक चलता है और इसमें पुस्तक विमोचन, चर्चाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

-भारतीय और अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों के स्टॉलों के माध्यम से विभिन्न भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध कराई जाती हैं।

-हर साल एक अलग देश को थीम देश के रूप में चुना जाता है, जो उस देश की साहित्य और संस्कृति को प्रदर्शित करता है।

-यह मेला सस्ती पुस्तकों को भी बढ़ावा देता है, जिससे यह सभी के लिए सुलभ बनता है।

48वां अंतर्राष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेला: कब और कहाँ होगा?

48वां अंतर्राष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेला 28 जनवरी से 9 फरवरी, 2025 तक आयोजित किया जाएगा।

-इसका आयोजन बोईमेला प्रांगण, करुणामयी बस स्टैंड, साल्ट लेक, कोलकाता के पास होगा।

-मेला प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा, जबकि 9 फरवरी, 2025 को इसका समय रात 9 बजे तक बढ़ाया जाएगा।

48वें कोलकाता पुस्तक मेले का थीम देश कौन सा है?

इस वर्ष थीम देश जर्मनी होगा। इस थीम के माध्यम से भारत और जर्मनी के बीच साहित्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रदर्शित किया जाएगा।

-मेले में जर्मन साहित्य और संस्कृति को समर्पित एक विशेष मंडप (पैविलियन) होगा, जहां आगंतुक जर्मनी की किताबें, लेखक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले सकेंगे।

-इस पहल का उद्देश्य संस्कृतियों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और भारतीय पाठकों के बीच जर्मन साहित्यिक परंपराओं की समझ को गहरा करना है।

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
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