राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) का वरिष्ठ अधिकारी होता है। एनएसए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर भारत के प्रधान मंत्री का मुख्य सलाहकार होता है। वर्तमान में अजीत डोभाल एनएसए हैं। आपको बता दें कि भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भारत के वरीयता क्रम में सातवें स्थान पर होता है और उसे कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होता है।
अजीत डोभाल से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर 4 व्यक्ति नियुक्त किये जा चुके हैं, जो कि ब्रजेश मिश्रा; भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी, भारत के पहले राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी थे, जिन्हें नवंबर 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नियुक्त किया था, जो 22 मई 2004 तक इस पद पर रहे।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की सूची
नाम | कार्यकाल | प्रधान मंत्री |
1.ब्रजेश मिश्रा (आईएफएस) | नवंबर 1998 से 22 मई 2004 तक | अटल बिहारी वाजपेयी |
2. जे एन दीक्षित (आईएफएस) | 23 मई 2004 से 3 जनवरी 2005 | मनमोहन सिंह |
3. एम के नारायणन (आईपीएस) | 3 जनवरी 2005 से 23 जनवरी 2010 तक | मनमोहन सिंह |
4. शिवशंकर मेनन (आईएफएस) | 24 जनवरी 2010 से 28 मई 2014 तक | मनमोहन सिंह |
5. अजीत डोभाल (आईपीएस) | 30 मई 2014, वर्तमान | नरेंद्र मोदी |
एनएसए की नियुक्ति कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) द्वारा की जाती है। इस समिति की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री करते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के कार्य
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) भारत के प्रधान मंत्री को भारत के बाह्य और आंतरिक सुरक्षा खतरों से संबंधित सभी मामलों पर सलाह देता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) सभी खुफिया रिपोर्ट प्राप्त करता है और उन्हें प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करता है। एनएसए भारत के प्रधान मंत्री की ओर से रणनीतिक और संवेदनशील मुद्दों की देखरेख में भाग लेता है।
भारत का एनएसए चीन के साथ-साथ पाकिस्तान और इजराइल के साथ सुरक्षा मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष दूत के रूप में भी कार्य करता है। आपने देखा होगा कि एनएसए आधिकारिक विदेशी और राजकीय यात्राओं पर प्रधानमंत्री के साथ जाता है।
भारत के वर्तमान एनएसए; अजीत डोभाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।
तो, यह थी भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की पूरी सूची। हम आशा करते हैं कि एनएसए की सूची कई प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है; इसलिए छात्रों को इसे अच्छी तरह से याद रखने की आवश्यकता है।
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