भारत के 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश अपनी भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक और ऐतिहासिक विशेषताओं के लिए विश्व विख्यात हैं। यही वजह है कि हर साल यहां बड़ी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी पर्यटन के लिए पहुंचते हैं।
भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक अलग-अलग विशेषताएं हैं, जो कि भारत को विविध राज्य बनाती हैं। भारत के राज्य अपने विशेषताओं की वजह से अलग-अलग उपनामों से भी जाने जाते हैं। इस कड़ी में क्या आप जानते हैं कि भारत का कौन-सा राज्य रोटी का टोकरी के रूप में भी जाना जाता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
किस राज्य को कहा जाता है रोटी की टोकरी
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि किस राज्य को रोटी की टोकरी भी कहा जाता है। आपको बता दें कि उत्तर भारत में स्थित पंजाब राज्य को रोटी की टोकरी के रूप में भी जाना जाता है।
क्यों कहा जाता है रोटी की टोकरी
पंजाब राज्य कृषि प्रमुख राज्य है, जहां प्रमुख रूप से कृषि अग्रणी क्षेत्र है, जिसमें गेहूं का सबसे अधिक उत्पादन होता है। इसके अतिरिक्त यहां चावल, मक्का व बाजरा समेत अन्य फसलों का भी उत्पादन होता है। यह भारतीय खाद्यान फसलों में करीब 12 फीसदी का योगदान देता है, जिसमें गेंहू का योगदान सबसे अधिक है। यही वजह है कि इस राज्य को रोटी की टोकरी भी कहा जाता है।
पंजाब में क्यों होता है अधिक फसल उत्पादन
पंजाब राज्य की मिट्टी अधिक उपजाऊ है। वहीं, पानी की प्रचुर मात्रा होना और अनुकूल वातावरण की वजह से यहां फसलों का अधिक उप्तादन होता है। यहां बहने वाली झेलम, चिनाब, रावी, व्यास और सतलुज नदी के जल से मैदानी इलाकों में पानी की आपूर्ति होती है और मिट्टी अधिक उपजाऊ बनती है।
हरियाणा को भी कहा जाता है रोटी की टोकरी
कुछ किताबों और लेखों में हरियाणा राज्य को भी रोटी की टोकरी कहा गया है। यहां भी कृषि प्रमुख क्षेत्र है, जिससे राज्य की अधिकांश आबादी जुड़ी हुई है। हरियाणा में प्रमुख रूप से गेहूं, बाजरा और मक्के का उत्पादन होता है। यह कुल गेहूं उत्पादन में करीब 9 फीसदी का योगदान देता है, जिससे इस राज्य को भी रोटी की टोकरी के रूप में जाना जाता है।
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