इंटरव्यू में सफलता के मन्त्र; जानें अगर किसी प्रश्न का उत्तर पता ना हो तो क्या करें

सरकारी नौकरी में लिए जाने वाले साक्षात्कार में सफलता पाने के लिए योजनाबद्ध तैयारी किये जाने की जरुरत है. कुछ टिप्स हैं जो प्रत्याशी को सफलता दिला सकती है.

Govt Jobsसरकारी नौकरी हमेशा से युवाओं की पहली पसंद रही है, क्योंकि इसमें मिलने वाले भत्ते, पेंशन एवं काम की सुरक्षा इसे प्राइवेट सेक्टर के जॉब्स से अलग करती है. सुविधा अगर मिलती है तो इस सुविधा का हक़दार बनने तक का सफ़र भी आसान नही है. जितने भी बड़े पद हैं जो सुविधाओं से लैस माने जाते है उनके लिए उम्मीदवारों को चयन प्रक्रिया के कई चरणों से होकर गुजरना पड़ता है. हर चरण एक सा महत्वपूर्ण है क्योंकि हर चरण सफलता की ऐसी सीढी है जिसमें पहले को पार किये बिना दूसरे तक नही पहुंचा जा सकता.

अंतिम सीढी जो प्रायः सभी बड़ी नौकरियों के लिए पार करनी होती है वह है साक्षात्कार की सीढी. यह प्रारंभ के चयन के चरणों से अलग होती है. क्योंकि जहाँ पूर्व के चरण केवल प्रश्नों के माध्यम से आपके विषयों में पकड़ एवं बौद्धिकता का परिक्षण करता है वहीँ साक्षात्कार के माध्यम से आपके मानसिक स्तर के साथ साथ आपके पूरे व्यक्तित्व के परिक्षण करने का प्रयास चंद मिनटों में किया जाता है. प्राइवेट सेक्टर में भी चयन प्रक्रिया के तहत साक्षात्कार लिया जाता है.

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सरकारी नौकरी के लिए आयोजित साक्षात्कार की प्रकृति कुछ अलग होती है और इसे पार कर पाना आसान नही होता. जहाँ प्राइवेट संस्थान में एक व्यक्ति द्वारा साक्षात्कार लिया जाता है वहीँ सरकारी नौकरी के लिए आयोजित किये जाने वाला साक्षात्कार प्रायः एक पैनल के द्वारा लिया जाता है. वैसे कई सरकारी संगठनों में भी एक व्यक्ति द्वारा साक्षात्कार लिया जाता है.

इस प्रकार जहाँ प्राइवेट सेक्टर में एक व्यक्ति के सवालों का सामना करना पड़ता है, वहीँ सरकारी नौकरी के लिए आयोजित किये जाने वाले साक्षात्कार में पूरे पैनल की नजर उम्मीदवार पर रहती. पैनल में प्रायः 2, 3 से 5 व्यक्ति तक होते हैं जो अपने अपने क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्वान्, एक्सपर्ट्स होते हैं.

पैनल द्वारा पूछे जाने वाले सवाल चयन के मापदंडों पर पूरी तरह से आधारित होते है. प्रश्नों की शैली व्यवहार, परिदृश्य के हिसाब से बदल सकती है. परन्तु साक्षात्कारकर्ता द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों का अनंतिम उदेश्य पद के अनुरूप व्यक्तित्व का चयन करना ही होता है.

साक्षात्कार के प्रति आम धारणा:
ज्यादातर उम्मीदवारों का मानना है कि वे लिखित परीक्षा में तो सफल हो सकते हैं लेकिन साक्षात्कार में सफलता उनके बस की बात नही है. यह भावना उम्मीदवारों के बीच इसलिए भी बलवती हो जाती है क्योंकि उन्हें कई ऐसे उदहारण मिल जाते हैं जो लिखित परीक्षा की सीढी को कई बार पार करने के वावजूद अंतिम चरण यानी साक्षात्कार को पार नही कर पाते हैं. ऐसा प्रायः इसलिए होता है क्योंकि अधिकतर उम्मीदवार जिस प्रकार लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिए तैयारी के साथ जाते हैं उस तरह से साक्षात्कार में शामिल होने के पहले साक्षात्कार के लिए तैयारी नही करते हैं. अगर कोई उम्मीदवार लिखित परीक्षा तक को पार कर पाने की क्षमता रखता है तो निश्चय ही वह साक्षात्कार की सीढी को भी पार कर लेगा. बस जरुरत है कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए इसके लिए बाकायदा तैयारी करने की.

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हम आपको अब साक्षात्कार में शामिल होने के पूर्व की जाने वाली कुछ आवश्यक तैयारियों के बारे में बताएँगे जो आपको साक्षात्कार में सफलता दिलाएगा.

साक्षात्कार क्यों लिया जाता है?
सबसे पहले हमें साक्षात्कार के बारे में जानना है कि आखिरकार चयन की प्रक्रिया के तहत साक्षात्कार क्यों लिया जाता है? इसके पीछे का उद्देश्य क्या है? क्योंकि जबतक हम क्यों का जवाब नही जानेंगे तब तक हम उसके उदेश्यों के अनुकूल अपने को तैयार नही कर पाएंगे. इसलिए साक्षात्कार में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों के लिए यह जानना आवश्यक है कि आखिर साक्षात्कार क्यों लिया जाता है? इसका उत्तर यही है कि पद के अनुरूप योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जा सके. अर्थात साक्षात्कार का उदेश्य प्रतियोगी की योग्यता का आकलन आवेदित पद के सापेक्ष करना है. इस आकलन के लिए पैनल में उस क्षेत्र के एक्सपर्ट होते हैं इसलिए उम्मीदवार के लिए यह आवश्यक है कि इस बाबत किये गये सवालों का केवल सतही और भ्रामक उत्तर ना देकर सवालों का सटीक उत्तर दें.

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साक्षात्कार में सफलता के टिप्स:
साक्षात्कार में खरा उतरने के लिए प्रतिभागी के लिए यह आवश्यक है कि उन्होंने जिस पद के लिए आवेदन किया है उस पद की प्रकृति एवं उस पद के लिए आवश्यक क्षमताओं का सही सही जानकारी हासिल कर लें. तभी प्रतिभागी पूछे जाने वाले संभावित प्रश्नों तक अपनी पहुँच बना सकता है. साक्षात्कार में कैसे कैसे प्रश्न पूछे जायेंगे इसकी पड़ताल करने में मदद पहुँचाने के लिए हम आपको कुछ ऐसे प्रश्नों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सामान्यतः साक्षात्कार के दौरान प्रतिभागी से पूछे जाते हैं:

  • अपने बारे में कुछ बताएं:

प्रायः हर साक्षात्कार की शुरुआत ऐसे प्रश्नों से होती है, जिसके द्वारा साक्षात्कारकर्ता आपके अकादमिक करियर के साथ साथ आपके इससे पूर्व के कार्यक्षेत्र के बारे में अगर रहा हो तो जानना चाहते हैं. यह सामान्य सा प्रश्न है और इसके लिए किसी बाहरी ज्ञान की आवश्यकता नही बल्कि इसमें अपने बारे में बताना है. परन्तु यह उत्तर साक्षात्कारकर्ता के बीच आपकी पहली छवि बनाती है और चूँकि समय कम रहता है प्रतिभागी के पास इसलिए इसके लिए भी तैयारी करने की जरुरत है. प्रतिभागी को इस प्रश्न को ऐसे देखना चाहिए कि यह एक ऐसा मौका है जिसके तहत हम अपने अकादमिक रिकॉर्ड के साथ साथ अपनी उपलब्धियों का भी एक झलक साक्षात्कारकर्ता को दिखा सकते हैं.

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एक कहावत है फर्स्ट इम्प्रैशन इज लास्ट इम्प्रैशन, इसलिए प्रतिभागी को इस सवाल का जवाब ऐसे देने चाहिए जिसके द्वारा वे पैनल के सदस्यों के बीच अपनी एक सकारात्मक छवि बना सकें. एक मिनट का समय और उसमें अपने आप को कहना आसान नही, इसलिए प्रतिभागी को चाहिए की इस तरह के सामान्य प्रश्नों के उत्तर पूर्व में ही तैयार कर लें. इसमें अकादमिक रिकॉर्ड के साथ साथ अगर आपने पूर्व में कोई ऐसा कार्य किया है जो आपकी छवि को उस पद के कार्यों के अनुकूल प्रोजेक्ट करने में सहायक हो तो जवाब में इसे जरुर शामिल करें.

  • आपकी सबसे बड़ी कमजोरी क्या है?

साक्षात्कारकर्ता द्वारा इस प्रकार के सवाल प्रतिभागी को असमंजस में डालने वाले होते हैं. कमी पूछा है बताना तो पड़ेगा ही. जरुरत है अपने अन्दर की कमी को अपनी कमजोरी के रूप में मत बताएं. पैनल के सदस्यों को लगना चाहिए की इस बन्दे में अपने कमजोरी से पार पाने की भी क्षमता है और अपने कार्यक्षेत्र में इस कमी का कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ने नही देगा.

  • आप इस नौकरी में क्यों आना चाहते हैं?

चाहे वह सिविल सेवा के पदों के लिए हो या बैंकिंग सेक्टर जैसे अन्य क्षेत्रों के पदों के लिए साक्षात्कार हो सभी में प्रायः यह प्रश्न पूछे जाते हैं कि आपने इस क्षेत्र को ही क्यों चुना या फिर इस पद को प्राप्त क्यों करना चाहते हैं? प्रतिभागियों के पास इस प्रश्न का सौद्देश्यपूर्ण जवाब होना चाहिए, केवल देशसेवा,लोक सेवा,समाजसेवा करने के लिए जैसे उत्तर पर्याप्त नहीं होते हैं. ऐसे उत्तर एक सामान्य से उत्तर की श्रेणी में रखा जायेगा. अगर आपको अन्य उम्मीदवारों से दौड़ में आगे निकलना है तो आपको पदानुरूप कार्यों का ज्ञान होने के साथ साथ वर्तमान में अगर उस क्षेत्र में वैसा कुछ किये जाने की सम्भावना है जो अभी तक नही किया जा रहा है तो इसे अपने जवाब में जरुर तरजीह दें. ऐसे जवाब आपको भीड़ से अलग करते हैं और आप चयनकर्ता के मापदंडों के अनुकूल साबित होते हैं. इस संभावित सवाल के जवाब के लिए प्रतिभागियों को पहले से ही उस संगठन के कार्यकलापों, कार्यक्षेत्रों के सम्बन्ध में अनुसंधान कर अपनी भूमिका चयनपूर्व ही पहचानने एवं निश्चित कर लिए जाने की जरुरत है.

  • आपका चयन क्यों किया जाए?

यह साक्षात्कारकर्ता द्वारा पूछा गया ऐसा प्रश्न है जिसके उत्तर के माध्यम से आप अपनी कुशलता एवं श्रेष्ठता से चयनकर्ता को अवगत करा सकते हैं. जरुरत है इस प्रश्न के जवाब में आप अपनी उन सकारात्मक पक्षों को रखें जो आपके द्वारा आवेदित पद के कार्यों के निष्पादन में सहयोगात्मक हो. इस प्रश्न के उत्तर में आप ऐसे सकारात्मक पक्ष रखें जिससे चयनकर्ताओं को आपकी कुशलता, श्रेष्ठताएँ संगठन के हित करने वाली प्रतिबिंबित हों. एक तरह से कहें तो यह प्रश्न आपको अपना कौशल बेचने का अवसर देता है. इसलिए ऐसे सवालों के लिए गंभीरता से तैयारी करने की जरुरत है. संगठन के कार्य प्रक्रियाओं के अध्ययन के साथ साथ अपने अंदर के उन कौशल को चिन्हित कर उत्तर में शामिल करना है जो संगठन के उदेश्यों को पूरा करने में उपयोगी साबित होगा.

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इस तरह के कई और प्रश्न :

  • आप आपने आप को 5 वर्ष के बाद कहाँ पर देखते हैं?
  • आपको इस पद से क्या क्या आशाएं हैं?
  • जीवन की सबसे बड़ी असफलता बाताएं और आपने इस असफलता से क्या सिखा?

है जो साक्षात्कार के दौरान सामान्यतः पूछे जाते हैं. परन्तु ऊपर जो हमने प्रश्न बताये हैं वो आपको अपने आप को साबित करने का बहुत बड़ा मौका देता है इसलिए उन प्रश्नों के उत्तर की पहले से ही तैयारी करके जानी चाहिए.

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अगर किसी प्रश्न का उत्तर पता ना हो तो क्या करें:
प्रतिभागी को यह बात याद रखनी चाहिए की साक्षात्कार के पैनल में शामिल व्यक्ति अपने अपने क्षेत्रों के विशेषज्ञ एवं अनुभवी होते हैं. इसलिए उनके किसी प्रश्न का जवाब ना जानते हों तो घुमा फिरा कर उन्हें भ्रामक एवं दिग्भ्रमित कर देने वाले उत्तर देने से अच्छा है ईमानदारी पूर्वक यह बता दें कि अमुक प्रश्न का उत्तर मैं नही जानता.

साक्षात्कारकर्ता द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर प्रतिभागी को आत्मविश्वास के साथ एवं निश्चित दृष्टिकोण को समावेशित करते हुए देना चाहिए. यदि प्रश्नों का उत्तर तर्कपूर्ण एवं विश्लेषणात्मक आधार पर दिया जाएगा तो साक्षात्कार लेने वाला निश्चित ही प्रभावित होगा. याद रहे उत्तर का उदेश्य ज्ञान बघारना नही होनी चाहिए. हाँ,क्योंकि इसके पूर्व की परीक्षाएं ज्ञान के परिक्षण के लिए ही आयोजित किया जाता है. जिसे उत्तीर्ण कर प्रतिभागी ने अपने ज्ञान को पहले ही साबित कर दिया होता है.

साक्षात्कार में लम्बी लम्बी हांकने वाले की बजाय सरल शब्दों, तार्किक एवं ईमानदारीपूर्ण अपनी बात रखने वाले प्रत्यासी के चयन की ज्यादा सम्भावना होती है. इसे इस रूप में समझे कि यह ईमानदारी पूर्ण पथ पर चलते हुए अपने आपको साबित करने का अवसर है. साक्षात्कारकर्ता प्रश्नों के माध्यम से आपके व्यक्तित्व को जानने का प्रयास करता है. आपकी प्रतिक्रिया, दूरदर्शिता, निर्णय करने की क्षमता, दृढनिश्चयता जैसे व्यक्तित्व के पहलुओं का आकलन करना ही साक्षात्कार का उदेश्य होता है.

इस प्रकार सरकारी नौकरी के पद के प्रत्याशियों से यह अपेक्षा की जाती है कि उनका दृष्टिकोण दूरदर्शितापूर्ण लोकहितकारी तथा कल्याणकारी भावनाओं के अनुरूप हों. वैसे बुद्धिमत्ता, व्यवहार के अतिरिक्त प्रतिभागी के हावभाव, वेशभूषा तथा प्रतिक्रिया का भी आकलन किया जाता है इसलिए इनकी भी सफलता में भूमिका रहती है. आकर्षक एवं व्यवहार कुशल व्यक्तित्व सफलता की कुंजी माने जाते हैं.

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