पर्सनल असिस्टेंट का पद केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, शोध परियोजनाओं, क्षेत्र विकास परियोजनाओं, सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों आदि के अंतर्गत किसी वरिष्ठ अधिकारी के लिए वैयक्तिक सहायक के तौर पर होता है. पर्सनल असिस्टेंट का पद संबंधित विभाग की रिक्ति के अनुसार तृतीय श्रेणी के कर्मचारी के रूप निर्धारित होता है. पर्सनल असिस्टेंट का कार्य होता है कि वह संबंधित अधिकारी के कार्य निष्पादन में सहायता करना और उसके द्वारा निर्देशित सभी ऑफिशियल कार्य करे. इस प्रकार पर्सनल असिस्टेंट को संबंधित प्राधिकारी के निर्देशों के अनुसार कार्य करना होता है.
पर्सनल असिस्टेंट की भूमिका संबंधित विभाग में अधिकारियों के कार्य संचालन के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है. इसलिए पर्सनल असिस्टेंट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपको ऑफिशियल कार्यों एवं दायित्वों का पूरी जानकारी हो, अधिकारियों के निर्देश पर कार्यों को तय-सीमा में निपटाने में पारंगत होना चाहिए और शॉर्टहैंड एवं कंप्यूटर पर टाइपिंग में सक्षम होना चाहिए.
पर्सनल असिस्टेंट के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
पर्सनल असिस्टेंट बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी विषय में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री उत्तीर्ण होना चाहिए. इसके साथ ही, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से शॉर्टहैंड एवं अंग्रेजी या हिंदी में टाइपिंग में अच्छी गति प्राप्त होने का प्रमाण पत्र प्राप्त होना चाहिए.
पर्सनल असिस्टेंट बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता रखने वाल उम्मीदवारों को वरीयता दी जाती है –
- अंग्रेजी या हिंदी में शॉर्टहैंड में 80 शब्द प्रति मिनट या अधिक की गति.
- कंप्यूटर पर अंग्रेजी या हिंदी में 40 शब्द प्रति मिनट या अधिक टाइपिंग की गति.
- संबंधित पर्सनल असिस्टेंट या स्टेनोग्राफी से संबंधित कोई डिप्लोमा.
- कंप्यूटर पर कार्य करने में निपुणता.
पर्सनल असिस्टेंट के लिए कितनी है आयु सीमा?
पर्सनल असिस्टेंट बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 30 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में अधिकतम आयु सीमा 35-40 वर्ष होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
पर्सनल असिस्टेंट के लिए चयन प्रक्रिया
पर्सनल असिस्टेंट के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड, लिखित परीक्षा और पर्सनल इंटरवयू के आधार पर किया जाता है. हालांकि, रिक्तियों के अनुरूप यदि कम संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग शैक्षणिक रिकॉर्ड और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर ही कर सकता है.
कितनी मिलती है पर्सनल असिस्टेंट को सैलरी?
पर्सनल असिस्टेंट के पद पर सातवें वेतन आयोग के पे-मैट्रिक्स के लेवल-6 के अनुरूप (प्री-रिवाइज्ड पे-बैंड 1 रु. 9300-34800 और ग्रेड पे 4200) के अनुसार सैलरी दी जाती है. यदि पर्सनल असिस्टेंट के पद पर संविदा के आधार पर भर्ती की जाती है तो आमतौर पर रु. 20000-25000 प्रति माह तक वेतन दिया जाता है. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
पर्सनल असिस्टेंट की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
पर्सनल असिस्टेंट का पद केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, शोध परियोजनाओं, क्षेत्र विकास परियोजनाओं, सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों आदि में होने के कारण इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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