डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट का पद केंद्र और राज्य सरकार के वाणिज्य एवं सांख्यिकी मंत्रालय से जुड़े मंत्रालयों सम्बद्ध विभागों (जैसे-वाणिज्यिक जानकारी एवं सांख्यिकी महानिदेशालय) आदि में होता है. आमतौर पर सरकारी संगठनों में डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट का पद ग्रुप ‘सी’ स्तर का होता है. डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट के पदों पर नियुक्ति के लिए चयन केंद्र सरकार के अधीन विभागों या संगठनों के लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा और राज्यों के मामलों में सम्बन्धित राज्य के कर्मचारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोगों द्वारा की जाती है. डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट का कार्य होता है कि वह सम्बन्धित विभाग में वाणिज्य एवं सांख्यिकी के आकड़ों की प्रॉसेसिंग विभिन्न कंप्यूटर अप्लीकेशंस के माध्यम से इंट्री, विश्लेषण और व्याख्या करे. विभिन्न प्रकार के आकड़ों एवं ट्रेंड आदि के सम्बन्ध में समय-समय पर रिपोर्ट तैयार करने की भी जिम्मेदारी डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट की हीं होती है.
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से साइंस, मैथमेटिक्स, इकनॉमिक्स, कॉमर्स, स्टैटिस्टिक्स में ग्रेजुएट डिग्री उत्तीर्ण हों. इसके साथ ही, किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से कंप्यूटर अप्लीकेशन में डिप्लोमा या प्रमाण पत्र आवश्यक है. उम्मीदवारों को प्रोग्रामिंग, सिस्टम ऑपरेशंस और सिस्टम एनालिसिस की अच्छी जानकारी होनी चाहिए.
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट के लिए कितनी है आयु सीमा?
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 27 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में यदि संविदा के आधार पर नियुक्ति होती है तो अधिकतम आयु सीमा 32-35 वर्ष तक होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट के लिए चयन प्रक्रिया
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट के पद पर कर्मचारी चयन आयोग द्वारा उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाता है. लिखित परीक्षा कंप्यूटर आधारित बहुविकल्पीय प्रकृति की होती है जिसमें जनरल इंटेलीजेंस, जनरल अवेयरनेस, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और इंग्लिश लैंग्वेज से सम्बन्धित प्रश्न होते हैं. लिखित परीक्षा में (0.50 अंक) की निगेटिव मार्किंग भी होती है. कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को न्यूनतम 35% अंक अर्जित करने होते हैं. लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर तैयार मेरिट लिस्ट के अनुसार उत्तीर्ण उम्मीदवारों को दस्तावेज सत्यापन के लिए आमंत्रित किया जाता है.
कितनी मिलती है डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट को सैलरी?
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट के पद पर छठें वेतन आयोग के पे-बैंड 3 (रु. 5200-20200/- + ग्रेड पे रु. 2400) के अनुरूप सैलरी दी जाती है. इसके साथ ही सरकार द्वारा लागू विभिन्न प्रकार के भत्ते दिये जाते हैं. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट को कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट का पद केंद्र और राज्य सरकार के वाणिज्य एवं सांख्यिकी मंत्रालय से जुड़े मंत्रालयों सम्बद्ध विभागों (जैसे-वाणिज्यिक जानकारी एवं सांख्यिकी महानिदेशालय) आदि में होता है. इन विभागों या संगठनों के लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा और राज्यों के मामलों में सम्बन्धित राज्य के कर्मचारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोगों द्वारा की जाती है. इन सभी रिक्तियों के बारे में अधिसूचना समय-समय पर आयोगों द्वारा निकाली जाती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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