वरुण शर्मा, भोपाल से एक युवा छात्र ने अपने पहले ही प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. मध्य प्रदेश के जमीन से जुड़े, शालीन और थोड़े शर्मीले युवा का उद्देश्य राष्ट्र के लोगों की सेवा करना और दलित लोगों को सशक्त करना हैं. पुलिस की छवि में परिवर्तन करना उनका प्रथम लक्ष्य है. उनकी जागरणजोश.कॉम के रचित कुमार सक्सेना के साथ बातचीत के मुख्य अंश निम्नलिखित हैं:
वरुण शर्मा पेशे से एक इंजीनियर और सकारात्मक मानसिकता के युवा छात्र हैं, उन्होंने चयन पद्धति में परिवर्तन को सिविल सेवा कार्य की मांग के अनुरूप बताया. उन्होंने आईएएस प्रारंभिक परीक्षा में परिवर्तन को अच्छा बताया तथा कहा कि इससे सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिला है. उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा के माध्यम से अंतिम परिणाम में कोई अंतर नहीं पड़ता हैं. वह हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी में भी बहुत ज्यादा सहज थे.
समाज और सम्पूर्ण रूप में राष्ट्र की सेवा जीवन में उनका लक्ष्य है. उनको अपने पिता श्री टी. आर. शर्मा जो की 1979 बैच के एक सेवानिवृत्त भारतीय वन अधिकारी हैं से लोक सेवा कार्य करने का उत्साह मिला है.
वरुण शर्मा के पिता ही उनके आदर्श है और वह अपने पिता से बहुत ज्यादा प्रेरित हैं. वह अपने बचपन के दिनों से ही सिविल सेवा की ओर उन्मुख थे.
उन्होंने कहा कि कोई भी कोचिंग संस्थानों में प्रवेश के बिना भी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकता हैं. वह परंपरागत तरीके से परीक्षा की तैयारी करते थे, हालांकि उन्होंने तैयारी के लिए इंटरनेट की उपयोगिता को स्वीकार किया हैं, जो की सूचना को अद्यतन करने के लिए बहुत आवश्यक है.
वरुण शर्मा ने कहा कि परीक्षा के विषयों की एक व्यापक समझ और गहरा अध्ययन आवश्यक है. करेंट अफेयर्स अतीत के साथ वर्तमान का संबंध स्थापित करता है. उन्होंने नियमित रूप से कम से कम दो समाचार पत्रों को पढ़ने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने उम्मीदवारों को अपने परिवेश में हो रही घटनाओं के बारे में सतर्क होने का सुझाव दिया हैं. उन्होंने आईएएस मुख्य परीक्षा में एक विषय के रूप में लोक प्रशासन का चुनाव किया था. उनको आईएएस साक्षात्कार में आईएएस टॉपर गौरव अग्रवाल के बराबर 275 में से 206 अंक प्राप्त हुए.
वरुण शर्मा तैयारी के लिए एक व्यावहारिक योजना बनाने में विश्वास रखते हैं. तैयारी के दौरान उन्होंने सावधानी से योजना बनाई और समय पर अपनी योजनाओं को क्रियान्वित किया. राजनेता, पुलिस और आपराधिक गठजोड़ से बहुत ज्यादा परेशान हैं और उन्होंने कहा कि वह पुलिस पर राजनीति के प्रभाव को कम करने की कोशिश करेंगे. स्नूकर खेलना और फिल्में देखना उनका शौक हैं, इसके अलावा उनको ड्राइविंग और यात्रा करना भी पसंद हैं.
शिक्षा
वरुण शर्मा ने भोपाल के जवाहर लाल नेहरू स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा को पूरा की. उन्होंने 10वीं कक्षा में 93.6% और 12 वीं कक्षा में 91.6% अंक प्राप्त किये. उसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से इंजीनियर की उपाधि प्राप्त की.
उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग पूरा होने के बाद सिविल सेवा के लिए तैयारी करना शुरू कर दिया और अपनी पहली ही कोशिश में सफलता प्राप्त की.
संदेश
उम्मीदवारों को तैयारी करनी चाहिए और सकारात्मक सोच के साथ परीक्षा देनी चाहिए. सकारात्मक मानसिकता परीक्षा में उम्मीदवार के प्रदर्शन में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है. मानक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए साथ ही बुरी संगत और बुरी पुस्तकों से बचना चाहिए.
उम्मीदवारों को जागरणजोश.कॉम के आईएएस सेक्शन पर ध्यान देना चाहिए: आईएएस टॉपर वरुण शर्मा
वरुण शर्मा, भोपाल से एक युवा छात्र ने अपने पहले ही प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. उनकी जागरणजोश.कॉम के साथ बातचीत के मुख्य अंश निम्नलिखित हैं.
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