स्क्रीनिंग परीक्षा : 16 मई
मेडिकल का प्रोफेशन युवाओं को हमेशा से आकर्षित करता आया है। यही कारण है कि बायो स्ट्रीम के सभी स्टूडेंट्स का सपना होता है कि बीएचयू में पढाई करने का अवसर मिले। शिक्षा का स्तर, फैकल्टी, रिसर्च फंडिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर और कई अन्य सुविधाएं बीएचयू को देश का सबसे बेहतर मेडिकल इंस्टीट्यूट बनाती हैं। यही नहीं, यहां से निकले डॉक्टर्स को न सिर्फ देश, बल्कि दुनिया भर में खास अहमियत दी जाती है।
डेट अलर्ट
आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 मार्च, 2012 है। परीक्षा सेंटर वाराणसी के अलावा दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद हैं। पीएमटी स्क्रीनिंग परीक्षा 16 मई तथा मुख्य परीक्षा 17 जून, 2012 है।
न्यूनतम एलिजिबिलिटी
प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थी की न्यूनतम उम्र सत्रह साल और अधिकतम 25 वर्ष है। सीनियर सेकेंडरी परीक्षा 10+2 पैटर्न पर इंग्लिश, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी विषयों के साथ पास की हो। साथ ही इन चारों विषयों में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के कम से कम 50 फीसदी अंक हों। आरक्षण के दायरे में आनेवाले स्टूडेंट्स को नियमानुसार न्यूनतम अंक में छूट दी जाएगी।
किस तरह की परीक्षा
बीएचयू में डॉक्टर बनने के लिए दो तरह की परीक्षाओं को पास करना होगा। पहली स्क्रीनिंग परीक्षा होगी। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। जो इसमें उत्तीर्ण होंगे, उन्हें मेरिट के आधार पर संबंधित कोर्स में एडमिशन मिल जाएगा।
स्क्रीनिंग परीक्षा क्यों?
स्क्रीनिंग का उद्देश्य भीड को छांटना होता है। इस कारण इसमें निर्धारित सीट से अधिक स्टूडेंट्स का चयन किया जाता है। मुख्य परीक्षा में निर्धारित सीट के अनुसार ही स्टूडेंट्स का चयन किया जाता है। इस कारण यह परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा के मुकाबले काफी कठिन हो जाती है।
एनसीईआरटी है महत्वपूर्ण
मेडिकल टेस्ट की तैयारी के लिए भले ही बारहवीं का सिलेबस पूरी तरह से मददगार होता है, लेकिन मेडिकल एंट्रेंस में कुछ खास खंडों से अधिक प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए पिछले वर्षो के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण कर पैटर्न को जानें-समझें और फिर प्रश्नों को हल करने का जमकर अभ्यास करें। जरूरत हो, तो कोई विश्वसनीय कोचिंग भी ज्वाइन कर सकते हैं। इससे आपको सही पैटर्न पर तैयारी करने में मदद मिलेगी। यदि आप दूसरी बार परीक्षा में बैठ रहे हैं, तो सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने जो गलतियां प्रारंभिक परीक्षा में की हैं, उनको किसी भी हालत में न दोहराएंगे। प्रारंभिक परीक्षा में किसी एक विषय में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने के बावजूद सेलेक्शन हो सकता है, लेकिन मुख्य परीक्षा में सफल होने के लिए आपको तीनों विषयों में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
तीनों विषयों पर पकड जरूरी
बीएचयू पीएमटी परीक्षा में सफल होने के लिए तीनों विषयों पर पकड जरूरी है। इस समय बेहतर स्ट्रेटेजी यह होगी कि आप सभी विषयों के प्रमुख अध्याय को सेलेक्ट कर लें और उसी को दोहराएं। बायोलॉजी की तैयारी के लिए एनसीईआरटी पुस्तकों के प्रमुख अध्याय को बार-बार पढें। इसी तरह की रणनीति फिजिक्स और केमिस्ट्री के लिए भी बनाएं। फिजिक्स में थ्योरी की अपेक्षा न्यूमेरिकल्स पर अधिक फोकस करें। इसके लिए आप ज्यादा से ज्यादा फॉर्मूले तैयार करें। जो न्यूमेरिकल्स प्रारंभिक परीक्षा में नहीं बना पाए हैं, उन्हें हल करने का खूब अभ्यास करें। इसके अलावा फिजिक्स के महत्वपूर्ण सूत्रों को याद रखने की कोशिश करें। आप फिजिक्स के न्यूमेरिकल्स में बेहतर करेंगे, तो केमिस्ट्री के न्यूमेरिकल्स भी अच्छे हो जाएंगे। फिजिकल केमिस्ट्री में न्यूमेरिकल, ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में केमिकल रिएक्शन पर अधिक फोकस करें।
विजय झा
बीएचयू मेडिकल प्रवेश परीक्षा 2012
मेडिकल का प्रोफेशन युवाओं को हमेशा से आकर्षित करता आया है
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