आईएएस परीक्षा-2013 में द्वितीय स्थान पर चयनित मुनीश शर्मा ने रचित कुमार सक्सेना (जागरणजोश.कॉम) के साथ साक्षात्कार में आईएएस मुख्य परीक्षा की तैयारी पर अपने विचार व्यक्त किए है. उन्होंने अपनी तैयारी को संक्षेप में ऐसे साझा किया हैं जो आईएएस मुख्य परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे भविष्य के उम्मीदवारों के लिए बहुत उपयोगी है.
मुनीश शर्मा ने प्रारंभिक और मुख्य प्रारंभिक के लिए अपनी पढ़ाई को पृथक नहीं किया दोनों के लिए साथ-साथ तैयारी की. लेकिन उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा के पश्चात् मुख्य परीक्षा पर अधिक ध्यान केंद्रित किया. मुनीश शर्मा ने आईएएस (मुख्य) परीक्षा के पाठ्यक्रम पर ध्यान केंद्रित किया और उसके अनुसार तैयारी की.
अनिवार्य भाषा का प्रश्न पत्र
मुनीश अनिवार्य भाषा के प्रश्न पत्रों में आरामदायक स्थिति में थे. उन्होंने इस प्रश्न-पत्र के लिए कोई तैयारी नहीं की. उन्हें कविता का शौक होने के नाते वह अलग-अलग भाषाओं में कविता भी लिखते हैं.
विषय का चयन
मुनीश शर्मा ने बात पर विशेष जोर दिया की स्वाभाविक रुचि विषय के चयन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. उन्होनें अपने आप को विधि विषय (Law) के साथ जुड़ा पाया तथा विधि विषय से उनको अपने दोनों प्रयासों में सफलता मिली थी.
उन्होंने विधि विषय की तैयारी के लिए मूल पुस्तकों और कोचिंग नोट्स का अध्ययन किया. उसने बताया की कानून एक बहुत ही विश्लेषणात्मक विषय है और विधि विषय के कुछ अनुभागों ने उसकी सामान्य अध्ययन में भी मदद की जैसे अंतरराष्ट्रीय कानून, संवैधानिक कानून और ऐसे ही कुछ अनुभाग. उनका जोर विषय में अधिक समझ विकसित करने पर था न कि विषय को रटने पर.
सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्न पत्र
मुनीश शर्मा ने सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र के लिए एनसीईआरटी पर ध्यान केंद्रित किया जैसा की उन्होनें पाया कि वे अच्छे ढंग से लिखी गई हैं. उन्होंने विषय का व्यापक ज्ञान प्राप्त करने के लिए विपिनचंद्र द्वारा लिखित ‘आधुनिक भारत’ एवं ‘भारत का स्वंतत्रता संग्राम’ का संदर्भ लिया.
एनसीईआरटी पुस्तकें उसकी तैयारी का आधार थी. उन्होंने कक्षा ग्यारहवीं के लिए ललित कला के लिए एनसीईआरटी की पुस्तक का भी अध्ययन किया जो पाठ्यक्रम के सांस्कृतिक भाग के लिए बहुत उपयोगी साबित हुई.
सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्न पत्र
मुनीश शर्मा ने समाचार पत्रों को पढ़ने और उससे संक्षिप्त (short) नोट बनाने का सुझाव दिया. उन्होंने भारत के संविधान के लिए बेयर एक्ट से तैयारी की. सामाजिक न्याय विषय के लिए उन्होनें योजना और कुरुक्षेत्र पत्रिका का सहारा लिया लेकिन मुनीश ने यह भी जोर देकर कहा की प्रश्न उन्मुखीकरण में काफी सामान्य प्रकृति के थे.
सामान्य अध्ययन तृतीय प्रश्न पत्र
शिक्षण अनुभव होने से मुनीश शर्मा विज्ञान के सामान्य सिद्धांतों के साथ सहज और स्पष्ट थे, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से विज्ञान की मूल बातें समझने के लिए एनसीईआरटी की किताबें पढ़ने का सुझाव दिया हैं. उन्होंने कहा सामग्री का विश्लेषण करने की आदत इसको रटने से अधिक महत्वपूर्ण है. घटनाओं को देखने का क्या और कहाँ के परिप्रेक्ष्य के स्थान पर क्यों परिप्रेक्ष्य का विकास करना अधिक फलदाई हैं. समाचार पत्र से इस खंड के लिए बहुत ज्यादा मदद मिलती है. आपदा प्रबंधन विषय के लिए मुनीश ने इग्नू के आपदा प्रबंधन के नोट्स की सहायता से पढाई की.
सामान्य अध्ययन चतुर्थ प्रश्न पत्र
मुनीश शर्मा ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी नमूना प्रश्न पत्र पर भरोसा किया, तथा उन्होंने नमूना प्रश्न पत्र के उत्तरों को बार - बार लिखा एवं उन्हें अपने शिक्षकों से जाँच करवाया. इसके अतिरिक्त उन्होंने नीतिशास्त्र और ईमानदारी के विषयों के लिए इग्नू के नोट्स से मदद ली.
उत्तर अभ्यास लेखन
उन्होंने कहा की आईएएस मुख्य परीक्षा के लिए उत्तर लेखन के अभ्यास से बहुत मदद मिलती है. उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे पता चल जाता हैं की उम्मीदवार कैसे अपने समय को विभिन्न प्रश्नों के लिए वितरित किया जाये एवं कैसे बिंदुओं पर प्रकाश डाला जाए जिससे अधिक अंक प्राप्त किये जा सके.
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