मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सिसी ने 02 जून 2018 को राष्ट्रपति के रूप में चार साल के अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली. अब्दुल फतह अल सिसी ने राष्ट्रपति पद की शपथ ऐसे समय ली है जब देश आर्थिक और सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है. उन्होंने सदन में अपनी सरकार के सदस्यों के सामने शपथ ली.
अब्दुल फतह अल सिसी का स्वागत 21 तोपों की सलामी देकर किया गया.
चुनाव से संबंधित मुख्य तथ्य:
- अब्दुल फतह अल सिसी ने मार्च 2018 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में वैध वोटों में से 97 प्रतिशत वोट हासिल किये थे.
- यह पहले से ही तय माना जा रहा था कि वर्तमान राष्ट्रपति और पूर्व सैन्य कमांडर अब्दुल फतह अल-सिसी यह चुनाव आसानी से जीत जाएंगे.
- वे अपने चार साल के शासन के जनमत संग्रह के तौर पर देख रहे थे.
वर्ष 2011 की क्रांति के बाद मिस्त्र में उपजी अराजकता ने देश की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचाया था. लेकिन देश की आधी से अधिक आबादी का मानना था कि यदि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना है तो अब्दुल फतह अल सिसी की स्थिरता जरूरी है.
पृष्ठभूमि:
वर्ष 2013 में सड़कों पर प्रदर्शन के बाद सेना प्रमुख रहे सिसी ने मिस्र के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को सत्ता से हटाया था. अब्दुल फतह अल सिसी ने वर्ष 2014 में जबर्दस्त बहुमत से जीत दर्ज की थी.
अब्दुल फतह अल सिसी के सामने चुनाव में कोई गंभीर चुनौती नहीं थी. उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी मूसा मुस्तफा मूसा अपेक्षाकृत कम लोकप्रिय थे. मोहम्मद मूसा स्वयं भी अब्दुल फतह अल सिसी समर्थक रहे हैं. सिसी अपने दूसरे कार्यकाल में शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
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