अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd) को विश्व का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट बनाने का ठेका मिला है. इसके तहत गौतम अडानी की कंपनी 8,000 मेगावॉट का सोलर पावर प्लांट तैयार करेगी और 2,000 मेगावाट की एक घरेलू सौर पैनल विनिर्माण क्षमता स्थापित करेगी. कंपनी इसमें लगभग 6 अरब डॉलर के कुल निवेश करेगी.
राज्य द्वारा संचालित अक्षय ऊर्जा एजेंसी SECI (पूर्व में सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) से घरेलू विनिर्माण-जुड़े सौर ऊर्जा परियोजनाओं की पेशकश के तहत, एज्योर पावर (Azure Power) को 4,000 मेगावाट की पीवी परियोजना और 1,000 मेगावाट की सौर किट विनिर्माण क्षमता का निर्माण करने हेतु भी मिलेगा.
मुख्य बिंदु
• कंपनी के बयान के मुताबिक, 'अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसीसीआई) से अपनी तरह की पहली विनिर्माण सहित सौर परियोजना हासिल की है.
• अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने बताया कि ठेके के तहत वह आठ गीगावॉट की सौर परियोजना का विकास करेगी और साथ ही दो गीगावॉट के अतिरिक्त सौलर सेल और माड्यूल विनिर्माण क्षमता की स्थापना भी की जाएगी.
• कंपनी ने बताया कि दुनिया में ये अपनी तरह का सबसे बड़ा ठेका है, और इसके लिए 45,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और इससे चार लाख लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोगजार मिलेगा.
• कंपनी ने बताया कि साथ ही इस परियोजना के चालू होने से इसके जीवनकाल में कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में 90 करोड़ टन की कमी आएगी.
• इस ठेके के साथ ही अडाणी ग्रीन एनर्जी की निर्माणाधीन या समझौता के तहत कुल परिचालन क्षमता 15 गीगावॉट क्षमता हो गई है.
अडाणी समूह के अध्यक्ष ने क्या कहा?
अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने कहा कि यह ठेका हमारे देश द्वारा जलवायु परिवर्तन के संबंध में किए गए वादों को पूरा करने के साथ ही ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को साकार करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है.
सौर परियोजनाएं कहां स्थापित की जाएंगी?
भारत की घरेलू सौर सेल विनिर्माण क्षमता वर्तमान में 3,300 मेगावाट और मॉड्यूल बनाने की क्षमता 8,000 मेगावाट है. माना जा रहा है कि ये सुविधाएं राजस्थान और गुजरात में लगाई जा सकती हैं. राजस्थान सरकार ने जैसलमेर, बीकानेर, जालोर और बाडमेर में सोलर प्लांट लगाने को मंजूरी दे दी है. वहीं गुजरात में कच्छ में सोलर प्लांट लगाया जा सकता है.
टेंडर 45,300 करोड़ में मिला
अडानी ग्रीन एनर्जी ने ये टेंडर 6 अरब डॉलर यानी लगभग 45,300 करोड़ रुपए की बोली लगाकर हासिल किया है. इस टेंडर के लिए पिछले साल नवंबर में बोलियां मांगी गई थीं, जिनका परिणाम अब आया है.
2025 तक 25 गीगावाट उत्पादन क्षमता तैयार
कंपनी ने बताया कि इस ठेके के साथ ही कंपनी 2025 तक 25 गीगावाट उत्पादन क्षमता तैयार करने के अपने लक्ष्य के करीब पहुंच जाएगी. इसके लिए कंपनी की योजना अगले पांच वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 1,12,000 करोड़ रुपये निवेश करने की है.
दुनिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा पुरस्कार
अडाणी ग्रीन एनर्जी ने सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) से अपनी तरह का पहला विनिर्माण जुड़ा हुआ सौर ऊर्जा पुरस्कार जीता है. पुरस्कार के एक भाग के रूप में, अडाणी ग्रीन एनर्जी सौर परियोजनाओं के 8 GW को एक प्रतिबद्धता के साथ विकसित करेगा, जो कि अडाणी सौर को अतिरिक्त सौर सेल और मॉड्यूल निर्माण क्षमता के 2 GW स्थापित करेगा. यह पुरस्कार, दुनिया में अपने प्रकार का अब तक का सबसे बड़ा एकल निवेश होगा.
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