गुजरात के गिर वन इलाके में एशियाई शेर की आबादी बढ़ गई है. इसकी जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट में दी. प्रधानमंत्री ने ट्वीट में लिखा, दो बहुत अच्छी खबरें हैं, गुजरात के गिर वन में रहने वाले एशियाई शेर की आबादी लगभग 29 प्रतिशत तक बढ़ गई है. भौगोलिक रूप से, वितरण क्षेत्र (फैलाव) 36 प्रतिशत तक बढ़ गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीर वन्यजीव अभयारण्य में शेरों की संख्या बढ़ने पर गुजरात वासियों को बधाई भी दी है. जानकारी के अनुसार शेरों की संख्या में 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और उनकी संख्या बढ़कर 674 हो गई है. गुजरात सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में गीर जंगलों में 674 एशियाई शेर रह रहे हैं.
हर पांच साल पर आंकलन
एशियाई शेरों की आबादी का आंकलन हर पांच साल के अंतराल में होता है. इससे पहले मई 2015 में गणना की गई थी, जिसके मुताबिक शेरों की संख्या तब 523 थी.
शेरों की गणना
शेरों की गणना पूर्णिमा की रात को होती है. पहले यह गणना मई में होनी थी लेकिन कोरोना वायरस के चलते यह 5-6 जून की रात में किया गया. पांच साल में यहां 151 शेर बढ़े हैं और अब इनकी संख्या 674 हो गई है.
Two very good news:
— Narendra Modi (@narendramodi) June 10, 2020
Population of the majestic Asiatic Lion, living in Gujarat’s Gir Forest, is up by almost 29%.
Geographically, distribution area is up by 36%.
Kudos to the people of Gujarat and all those whose efforts have led to this excellent feat.https://t.co/vUKngxOCa7 pic.twitter.com/TEIT2424vF
शेरों की रेंज भी बढ़ी
शेरों का रेंज भी 30,000 स्कॉयर किलोमीटर हो गया है, जो 30 प्रतिशत ज्यादा है. यह क्षेत्र साल 2015 में 22000 स्कॉयर किलोमीटर था. अधिकारियों की मानें तो शेरों की संख्या साल 2001 की तुलना में अब दोगुनी हो गई है.
प्रधानमंत्री ने ट्वीट में क्या लिखा?
प्रधानमंत्री ने एक और ट्वीट में लिखा कि पिछले कई वर्षों से गुजरात में शेरों की आबादी लगातार बढ़ रही है. यह सामुदायिक भागीदारी, प्रौद्योगिकी पर जोर, वन्यजीव स्वास्थ्य सेवा, उचित आवास प्रबंधन और मानव व शेरों के बीच संघर्ष को कम करने के कदमों का नतीजा है. आशा है कि यह सकारात्मक प्रवृत्ति आगे भी जारी रहेगी.
गिर वन 'बाघ संरक्षित क्षेत्र'
गुजरात के जूनागढ़ में स्थित गिर वन 'बाघ संरक्षित क्षेत्र' है. यह क्षेत्र पूरी दुनिया में 'एशियाई बब्बर शेरों' के लिए चर्चित है. जूनागढ़ नगर से 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित इस उद्यान का क्षेत्रफल लगभग 1,295 वर्ग किलोमीटर है. गिर वन संरक्षित क्षेत्र की स्थापना साल 1913 में एशियाई शेरों को संरक्षण प्रदान करने के लिए की गई थी.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation